भारी बारिश शुरु हो रही है या मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है तो क्या करना चाहिए — ये सवाल अक्सर आने लगते हैं। यहाँ सरल और व्यावहारिक निर्देश दिए गए हैं जो तुरंत काम आएंगे। इस पेज पर आपको ताज़ा खबरें, सुरक्षा उपाय और रोज़मर्रा के कामों में सावधानियाँ मिलेंगी।
पहला काम: स्थानीय मौसम अपडेट चेक करें और रेड/ऑरेंज अलर्ट को गंभीरता से लें। अगर तटीय इलाके हैं या नदी के किनारे रहते हैं, तो जल स्तर पर नजर रखें। मोबाइल पर मौसम अलर्ट ऑन रखें और सरकारी निर्देशों को फॉलो करें।
घर में जरूरी सामान तैयार रखें — पानी, दवाइयाँ, मोबाइल चार्जर, टॉर्च, पावर बैंक और महत्वपूर्ण दस्तावेज प्लास्टिक में रखें। अपने घर के कम ऊँचाई वाले हिस्सों को पानी से बचाने के लिए बाल्टियों और तौलिये जुटा कर रखें।
बिजली कट सकती है; इसलिए फ्रिज के दरवाजे कम खोलें और बिजली बंद करने से पहले भारी उपकरण अनप्लग कर दें। अगर आपके आसपास पानी भरना शुरू हो गया है तो ऊँचे स्थान पर सामान ले जाएँ और जरूरत पड़ी तो निकटतम सार्वजनिक आश्रय स्थल की जानकारी रखें।
भारी बारिश में ड्राइविंग से बचें। अगर आवश्यक है तो धीमे चलें और पानी जमा जगहों से दूर रहें। फ्लडेड रोड पर गाड़ी ले जाना जोखिम भरा होता है — सिर्फ आधा मीटर पानी भी कार को बहा सकता है।
पैदल चलते समय बिजली लाइनों और तैरते हुए मोबाइल उपकरणों से दूर रहें। बच्चे और बुज़ुर्गों को सुरक्षित जगह पर रखें। नाले, नदियों और पुलों के पास न जाएं — बहाव अचानक मजबूत हो सकता है।
किसान? खेतों के लिए जल निकासी की प्लानिंग पहले से रखें और बीज/फसल सुरक्षा के लिए स्थानीय कृषि विभाग से सलाह लें। शहरों में बेसमेंट और पार्किंग एरियाज़ में पानी जमा होने का ध्यान रखें।
सामान्य स्वास्थ्य सुझाव: बारिश के बाद पानी जमा होने पर मच्छरों के प्रकोप की संभावना बढ़ती है — छतों और गमलों में पानी जमा न रहने दें। पका हुआ खाना ही खाएं और खुले पानी से बचें। घाव होने पर साफ-सफाई रखकर संक्रमण से बचें।
ताज़ा खबरें पढ़ते रहें: हमारे मौसम अपडेट और स्थानीय खबरें (जैसे 'तूफान फेंगाल: रेड अलर्ट, भारी बारिश की चेतावनी' जैसे केस) पर नजर रखें ताकि किसी भी सरकारी निर्देश या स्पेशल अलर्ट की जानकारी तुरंत मिले।
अगर बचाव की ज़रूरत हो तो नजदीकी राहत केन्द्रों और आपातकालीन नंबरों से संपर्क करें। सावधानी रखने में कल्याण है — थोड़ी तैयारी आप और आपके परिवार की जान बचा सकती है।
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उत्तराखंड में 18-19 जून 2025 को हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के आसार हैं। खासकर उत्तरकाशी, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और कुमाऊं व गढ़वाल इलाके प्रभावित हो सकते हैं। लोगों से अलर्ट रहने और मौसम की ताज़ा जानकारी पर नजर रखने की सलाह दी गई है।
मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में 21 जुलाई 2024 को भारी बारिश के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया। उन्होंने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, स्थानीय प्रशासन और पुलिस को नियमित रूप से मौसम वैज्ञानिक विभाग से अपडेट लेने और राहत उपायों की योजना बनाने पर जोर दिया। यलो अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) के टर्मिनल 1 में भारी बारिश के कारण पुरानी डिपार्चर बिल्डिंग की छत शुक्रवार सुबह 5 बजे ढह गई। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए। कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।