सुपर 4 में निर्णायक मुकाबला
दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में 20 ओवर से तय हुए इस सुपर 4 खेल में पाकिस्तान ने 135/8 बनाकर लक्ष्य निर्धारित किया। टीम ने दो बड़े शॉट्स के साथ रहस्य नहीं रखा; मोहम्मद हारिस ने 31 रन 23 गेंदों पर बनाए और मोहम्मद नवाज़ ने 25 रन 15 गेंदों में चमका। दोनों बल्लेबाज़ों की तेज़ गति ने टाइट ग्राउंड को रखे‑रखाव से बाहर निकाला।
बांग्लादेश के कप्तान जाकिर अली ने टॉस जीत कर गेंदबाज़ी का विकल्प चुना। उनका कारण था "सूखा पिच, पहले गेंदबाज़ी में हमें फायदा मिल सकता है" – यह बयान मैदान के मौसमी माहौल को दर्शाता है। हालांकि उन्होंने बैटिंग में भी दृढ़ता दिखाने का इरादा जताया, लेकिन लक्ष्य 136 रन को पाने में टीम को कई बाधाओं का सामना करना पड़ा।
- बल्लेबाज़ी में मुख्य योगदान: मोहम्मद हारिस (31), मोहम्मद नवाज़ (25)
- बॉलिंग में मुख्य सितारा: हारिस रौफ़ (3/33)
- बंकहाउस: शाहीन अफ़रदी ने रौफ़ के साथ मिलकर दबाव बनाये रखा
मुख्य क्षण और खिलाड़ियों की भूमिका
बांग्लादेश के पीछे हटते हुए लक्ष्य 136 तक पहुंचना कठिन हो गया। शुरुआती ओवरों में रौफ़ की तेज़ पिचिंग और स्लो डिलीवरी के मिश्रण ने टास्किन अहमद को सिर्फ 4 रन पर ही बाहर कर दिया। उसके बाद तन्ज़िम हसन सक़ीब को 10 रन पर बॉल्ड करके रौफ़ ने बांग्लादेश की निचली क्रम को काफी हद तक तोड़ दिया।
शाहीन अफ़रदी ने अपने सटीक लंबा भीढ़े और वैरिएशन के साथ रौफ़ को कवर किया। उन्होंने लगातार लाइन और लंबाई बनी रखी, जिससे बांग्लादेशी बैट्समैन को साझेदारी बनाने का मौका नहीं मिला। बांग्लादेश ने बीच में एक ड्रोप्ड कैच का सामना किया – हसन नवाज़ ने लोंग‑ऑफ़ पर मिस किया, लेकिन वह भी दो रन का अंतर बना नहीं सका।
बांग्लादेश का स्कोर 124/9 पर थामा, जहाँ मस्तबज़र रहमान ने आखिरी ओवर में उल्लेखनीय स्कोर किया, लेकिन टीम का लक्ष्य न पा पाना स्पष्ट था। इस बीच, पाकिस्तान की फील्डिंग भी कड़ी रही, कई बार तेज़ रन‑आउट और बीच में बॉलिंग ने दबाव बनाया।
दोनों टीमों ने इस मैच से पहले भारत के खिलाफ हार झेली थी, पर इस जीत ने पाकिस्तान को फाइनल में भारत के साथ मिलाने का अवसर दिया। यह फाइनल 17 संस्करणों में पहली बार भारत‑पाकिस्तान की प्रतिद्वंद्विता को शीर्ष पर ले जायेगा, जो एक ऐतिहासिक पल है। इस प्रतिद्वंद्विता ने हमेशा दर्शकों में उमंग पैदा की है, और दुबई में यह फाइनल सबको उत्सुकता से देखना रहेगा।
आगे का फाइनल रविवार को ही होगा, जहाँ दोनों देशों के प्रशंसक अपनी-अपनी टीम को समर्थन देने के लिए स्टेडियम में भरपूर जुटेंगे। यदि इस फाइनल में भी दोनों टीमों ने वही दर्जा व रोमांच दिखाया, तो यह एशिया कप 2025 को यादगार बनाया जाएगा, और अशिया कप 2025 का नाम हमेशा के लिए भारतीय और पाकिस्तानी क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में अंकित हो जाएगा।