IMD (India Meteorological Department) के अपडेट रोज़ाना आपकी योजनाओं पर असर डाल सकते हैं। क्या आप जानते हैं कि एक सही अलर्ट समय पर मिल जाए तो यात्रा, खेती और रहन-सहन सुरक्षित बन सकता है? यहाँ हम IMD के नोटिस कैसे पढ़ें, किस तरह तैयार रहें और प्रमुख चेतावनियों का मतलब क्या होता है, साफ़ और सीधे बताएँगे।
IMD आम तौर पर तीन तरह के रंगीन अलर्ट देता है — येलो (सावधानी), ऑरेंज (खतरे का संकेत) और रेड (गंभीर खतरा)। येलो का मतलब है छोटे बदलाव पर ध्यान दें; ऑरेंज में जोखिम बढ़ता है, जरूरी काम टालें; रेड में तत्काल सुरक्षा कदम उठाएँ और सरकारी निर्देश मानें।
अलर्ट के साथ IMD अक्सर हवा की गति (किमी/घंटा), बारिश के अनुमान (मिमी), और संभावित प्रभावित क्षेत्र देता है। उदाहरण के लिए, तूफान फेंगाल के दौरान IMD ने तमिलनाडु और पुदुचेरी हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया था और हवा की गति 70-90 किमी/घंटा बताई गई थी — यह सीधे-सीधे बताता है कि तटीय इलाकों में लोग सुरक्षित स्थान पर चले जाएँ।
पहला कदम: अपडेट जाँचें। सुबह-सुबह और शाम को IMD की वेबसाइट, मोबाइल अलर्ट या स्थानीय न्यूज़ फीड देखें। अगर रेड/ऑरेंज है तो अनावश्यक बाहर न जाएँ।
दूसरा: आपात किट तैयार रखें — पानी, मेडिसिन, पावर बैंक, टॉर्च, जरूरी कागज़ (आईडी, बीमा) और थोड़ी खाद्य सामग्री। किसान हैं तो फसल और पशु सुरक्षा के लिए स्थानीय कृषि विभाग से सलाह लें।
तीसरा: घर की तैयारी — ऊपर से ढक्कन, छत की संभव छत की मरम्मत, ढीले सामान को अंदर रखें। तटीय इलाके में रहने वालों को नौकाओं, प्लास्टिक और नाजुक सामान को ऊंचा रखने की आदत डालनी चाहिए।
चौथा: यात्रा और स्कूल — IMD का ऑरेंज या रेड अलर्ट हो तो यात्रा रद्द या टालें। स्कूल और लोकल प्रशासन के निर्देश का पालन करें।
IMD की सूचनाएँ कितनी बार आती हैं? सामान्य तौर पर रोज़ाना सुबह-शाम अपडेट मिलते हैं, और जब भी साइक्लोन/तूफान बनता है तो विशेष बुलेटिन जारी होते हैं। तेज़ बदलते मौसम में IMD हर कुछ घंटे में नई जानकारी दे सकता है।
एक छोटी आदत: मोबाइल में IMD या सरकारी मौसम ऐप रखें और नोटिफिकेशन ऑन रखें। इससे अचानक आने वाले अलर्ट समय पर मिल जाएंगे और आप बेहतर निर्णय ले पाएँगे।
अगर आप तटीय इलाकों में हैं या सर्दियों में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली जगह पर रहते हैं, तो IMD के स्पेशल नोटिस पर विशेष ध्यान दें। यहां मौजूद हमारी कहानियाँ और रिपोर्ट्स (जैसे तूफान फेंगाल अपडेट) आपको इलाके के हिसाब से सटीक घटनाक्रम समझने में मदद करेंगी।
मौसम बदलता है, पर तैयारी में थोड़ी सावधानी बहुत फर्क डाल सकती है। IMD की खबरें पढ़ें, समय पर निर्णय लें और अपने परिवार व संपत्ति को सुरक्षित रखें।
उत्तराखंड में 18-19 जून 2025 को हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के आसार हैं। खासकर उत्तरकाशी, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और कुमाऊं व गढ़वाल इलाके प्रभावित हो सकते हैं। लोगों से अलर्ट रहने और मौसम की ताज़ा जानकारी पर नजर रखने की सलाह दी गई है।