तूफान गैमि का कहर
तूफान गैमि ने पिछले सप्ताह चीन के प्रांतीय शहरों पर अपनी पूरी शक्ति के साथ धावा बोला, विशेष रूप से फुजियान प्रांत पर। तूफान के कारण भारी बारिश और तेज हवाओं ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। तबाही का मंजर पूरे क्षेत्र में साफ दिख रहा था। तटीय क्षेत्रों में तूफान के चलते व्यापक नुकसान हुआ और सड़कों पर पानी भर गया। जगह-जगह पेड़ उखड़ गए और कई घरों की छते उड़ गई।
तूफान गैमि कुछ दिन पहले ताइवान और फिलीपींस में भयानक तबाही मचा चुका था। इन देशों में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से कई लोग अपनी जान गंवा बैठे। ताइवान में पांच और फिलीपींस में २२ लोगों की मौत हो गई। तेजी से बढ़ते तूफान ने इन देशों की कृषि भूमि को भी भारी नुकसान पहुंचाया। किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गईं और कई जगहों पर घरों का ढांचा ही धराशायी हो गया।
चीन में तूफान का असर
चीन के फुजियान प्रांत में तूफान गैमि की तीव्रता ने मानव जीवन को काफी प्रभावित किया। फुजियान के तटीय क्षेत्रों में भारी वर्षा और तेज हवाओं ने वाहनों और इमारतों को नुकसान पहुंचाया है। हालांकि, इस अवधि के दौरान किसी की मौत की खबर नहीं आई, परंतु तूफान ने जंगल, खेत और कई गांवों को अपने चपेट में ले लिया।
अधिकारियों ने बताया कि तूफान जैसे ही लैंडफॉल पर पहुंचा, उसने अपना रुख बदला लेकिन फिर भी यह गंभीर उष्णकटिबंधीय तूफान का रूप धारण कर चुका था। आपातकालीन सेवाओं ने पहले ही सतर्कता बरतते हुए बचाव कार्य शुरू कर दिए थे। राहत कार्यों में तेजी से जुटे लोगों ने कई जीवन की रक्षा की।
ताइवान और फिलीपींस में तबाही
तूफान गैमि ने सबसे पहले ताइवान और फिर फिलीपींस में कहर बरपाया। ताइवान में भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण पांच लोगों की मौत हो गई थी। तटवर्ती क्षेत्रों में नदी और नाले अत्यधिक भर गए जिससे बाढ़ ने सैकड़ों लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया। ताइवान के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई और संचार सेवाएं भी बाधित हो गईं।
वहीं, फिलीपींस में तूफान ने और भी अधिक विनाशकारी प्रभाव डाला। यहां पर बाढ़ और भूस्खलन से २२ लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग बेघर हो गए। फिलीपींस में तूफान की शक्ति इतनी थी कि उसने सड़कों को नदियों में बदल दिया। लोगों ने जान बचाने के लिए ऊंचे स्थानों पर शरण ली। तूफान ने यहां के कृषि भूमि और बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचाया।
राहत और बचाव कार्य
चीन में हुए इस तबाही के बाद सरकार और विभिन्न संगठनों ने युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए थे। बचावकर्मी तटवर्ती इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। राहत शिविरों में लोगों के खाने-पीने और स्वास्थ्य सुविधाओं का ध्यान रखा गया। किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने विशेष सहयोग राशि देने की योजना बनाई है।
फिलीपींस और ताइवान में भी सरकार ने आपातकालीन सेवाओं को तत्परता से राहत कार्यों में लगाया था। अधिकारियों ने नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और आपातकालीन सेवाओं के निर्देशों का पालन करने की अपील की थी। दोनों देशों में भी बचाव कार्य तेजी से किए गए और लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई गई।
भविष्य की तैयारियाँ
उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में अक्सर आने वाले तूफानों की भयनकता को देखते हुए भविष्य की तैयारियां अत्यंत आवश्यक हैं। मौसम वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने इन देशों के अधिकारियों को उष्णकटिबंधीय तूफानों की तैयारियों के लिए सक्षम योजनाएँ बनाने की सलाह दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में बचाव के लिए विशेष योजनाएं बनाई जा रही हैं ताकि आपात स्थितियों में नुकसान को कम से कम किया जा सके।
तूफान गैमि की तबाही ने एक बार फिर से ये साबित कर दिया है कि प्रकृति की शक्ति से अनदेखी नहीं की जा सकती। इससे सीख लेते हुए सरकार और जनता को मिलकर ऐसे कदम उठाने होंगे जो भविष्य में इन आपदाओं के प्रभाव को कम कर सकें और लोगों की जान-माल की रक्षा हो सके।