राजस्व वृद्धि का मतलब आसान भाषा में है—सरकार या कंपनियों की आमदनी बढ़ना। सरकार के लिए यह टैक्स, शुल्क और बिक्री से आता है; कंपनियों के लिए यह बिक्री और मुनाफे से। हाल के मामलों में जीएसटी नियम, बड़े IPO और अंतरराष्ट्रीय एफटीए जैसी घटनाएँ राजस्व पर बड़ा असर डालती हैं।
कुछ चीजें सीधे तौर पर राजस्व बढ़ाती हैं: कर दरों में बदलाव (जैसे पुरानी कारों पर 18% जीएसटी का फैसला), नए व्यापार समझौते (India-UK FTA जैसी बातचीत), और आर्थिक गतिविधि में तेजी (उदाहरण: IPO लिस्टिंग पर उछाल)। साथ ही, ग्रीन ट्रांजिशन और इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग कंपनियों की बिक्री बढ़ा सकती है—महिंद्रा जैसे ब्रांड्स ने नई EV कीमतें जारी की हैं, जो राजस्व को बढ़ावा दे सकती हैं।
दूसरी ओर, हड़तालें, भारी मौसम या बड़े कानूनी मामलों की अनिश्चितता भी राजस्व को प्रभावित कर सकती हैं। उदाहरण के तौर पर बड़ा भारत बंद या लॉजिस्टिक्स पर असर कारोबारी रुकावट पैदा कर सकता है और कमाई घटा सकता है।
नागरिक: कर और नियमों में बदलाव पर नजर रखें। अगर पुरानी कार खरीदने/बेचने का प्लान है तो 18% जीएसटी के असर को समझें। छोटे खर्चों की निगरानी रखें और टैक्स-सही तरीके से फाइल करें—छोटी चूक से भी रोकथाम नहीं मिलती।
व्यवसायों के लिए आसान कदम: कीमतों का रिव्यू करें—क्या बढ़ती लागत आगे बढ़ाकर ग्राहकों पर डाली जा सकती है या ऑपरेशन कम करके बचत की जा सकती है? डिजिटल सेल्स और एक्सपोर्ट ऑप्शन पर काम करें—FTA के मौके मिलते हैं तो नए बाजारों में भेजना बढ़ाएँ। इनपुट टैक्स क्रेडिट और सब्सिडी के दावों को सही समय पर दर्ज करें ताकि कैश फ्लो प्रभावित न हो।
निवेशक: राजस्व वृद्धि संकेत देती है कि कुछ सेक्टर बढ़ रहे हैं—रिटेल IPOs, इन्फ्रा या ग्रीन एनर्जी कंपनियाँ देखने लायक हो सकती हैं। पर ध्यान रखें, हर तेज़ वृद्धि टिकाऊ नहीं होती। कंपनियों के मुनाफे, कर्ज और कैश फ्लो की जाँच करें। IPO में शुरुआती प्रीमियम (जैसे किसी बड़े रिटेलर की सूचीब्धता) दिखता है, पर लंबी अवधि के fundamentals देखें।
तुरंत क्या करें? खबरों और सरकारी नोटिफिकेशन पर नियमित ध्यान दें, अपने बजट को महीन बदलें और व्यापार में ‘किफायती तकनीक’ अपनाएँ—क्लाउड, ऑनलाइन मार्केटिंग, सटीक इन्वेंटरी। छोटे कदम अक्सर राजस्व वृद्धि के दबाव में सबसे ज्यादा मदद करते हैं।
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इंफोसिस ने वित्तीय वर्ष 2025 की पहली तिमाही में ₹6,368 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो साल-दर-साल 7.1% की वृद्धि है। कंपनी ने अपने वार्षिक राजस्व मार्गदर्शन को 3-4% तक बढ़ाया है, जबकि पहले यह 1-3% था। यूरोप, भारत और अन्य क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि देखी गई है, जबकि अमेरिका और BFSI क्षेत्र दबाव में रहे।