मंकीपॉक्स: लक्षण, संक्रमण और तुरंत क्या करें

क्या आपको मंकीपॉक्स के बारे में चिंता है? सही जानकारी होने पर आप खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। मंकीपॉक्स आमतौर पर हल्का सीरियस हो सकता है, लेकिन समय पर पहचान और सावधानी जरूरी है।

लक्षण और संक्रमण कैसे होता है

सबसे आम लक्षण हैं बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान और सूजी हुई ग्रंथियाँ। 1–3 दिन के भीतर या कई बार उससे पहले शरीर पर दाने-फफोले निकल आते हैं। ये दाने पानी भरे पिंपल की तरह दिखते हैं और बाद में छिल जाते हैं।

संक्रमण आम तौर पर सीधे निकट संपर्क से फैलता है—घरेलू संपर्क, त्वचा के घावों, संक्रमित कपड़े, बिस्तर या थوک/बुडबुद। यह हवा से उतना फैलता नहीं जितना सामान्य सर्दी-खांसी वाले वायरस, पर नजदीकी और लंबी अवधि के संपर्क में जोखिम बढ़ जाता है।

रोकथाम — रोज़मर्रा में जो कर सकते हैं

सबसे सरल चीजें वही हैं जो किसी भी संक्रामक बीमारी के लिए काम आती हैं: हाथ धोना, अपने चेहरे को अनावश्यक रूप से छूने से बचना और अगर किसी के दाने हैं तो उनसे सीधे संपर्क से बचना। कपड़े, तौलिये और बिस्तर अलग रखें और गर्म पानी में अच्छी तरह धोएं।

यदि घर में कोई संक्रमित है तो उसे अलग कमरे में रखें, मास्क पहनें और खासकर घावों के संपर्क में आने से बचें। सतहों को नियमित रूप से डिटर्जेंट से साफ करें। बच्चे और बुजुर्गों को संक्रमित व्यक्ति के करीब न जाने दें।

टीकाकरण के बारे में जानना भी जरूरी है। पुराना स्मॉलपॉक्स टीका कुछ हद तक सुरक्षा देता है और कई देशों में विशेष परिस्थितियों में वैक्सीन उपलब्ध कराई जाती है। भारत में किसी वैक्सीन की उपलब्धता और मार्गदर्शन के लिए अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या राज्य स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें।

सवाल है — घर से कब बाहर जाएँ या डॉक्टर को कब दिखाएं? अगर बुखार के बाद दाने निकलें, ग्रंथियां सूजी हों, या दानों के कारण तेज दर्द/साँस लेने में दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। डॉक्टर आपको परीक्षण और इलाज के बारे में बताएंगे।

घरेलू देखभाल: आराम, तरल पदार्थ अधिक लें, दर्द या बुखार के लिए डॉक्टर बताए दवा लें और दाने से संक्रमित हिस्सों को साफ-सुथरा रखें। किसी भी प्रकार की खरोंच से बचें ताकि संक्रमण और फैलने का खतरा कम हो।

अंत में, अफवाहों से बचें। मंकीपॉक्स के बारे में गलत जानकारियाँ इंटरनेट पर तेजी से फैलती हैं। भरोसेमंद स्रोत—स्थानीय स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल कॉलेज या WHO/ICMR जैसी संस्थाओं की जानकारी पर भरोसा करें।

अगर आपको शक है तो छुपाने की बजाय सलाह लें। तुरंत कदम उठाने से आप खुद और दूसरों को सुरक्षित रख सकते हैं।

क्या भारत का स्वास्थ्य तंत्र मंकीपॉक्स से निपटने के लिए तैयार है?
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क्या भारत का स्वास्थ्य तंत्र मंकीपॉक्स से निपटने के लिए तैयार है?

इस लेख में 'क्या भारत का स्वास्थ्य तंत्र मंकीपॉक्स से निपटने के लिए तैयार है?' के विषय पर चर्चा की गई है। मंकीपॉक्स की बढ़ती वैश्विक मामले और भारत द्वारा संभावित प्रकोप के लिए की गई तैयारियों को उजागर किया गया है। इसमें हवाई अड्डों और भूमि सीमा पर यात्रियों की निगरानी के आदेश और उनके अलगाव को प्रमुखता से बताया गया है।