क्या आप जानते हैं कि मानव तस्करी सिर्फ विदेशों की खबर नहीं है? नौकरी, रिश्ते या पैसे के झांसे में लोग अपने शहरों और गाँवों से भी लुभाए जा कर फँस जाते हैं। यह शोषण का रूप है जहाँ किसी को मजबूर कर काम कराया जाता है, बेच दिया जाता है या यौन शोषण के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
यहां सीधे, उपयोगी और फौरन लागू किए जाने वाले तरीके दिए गए हैं जिससे आप पहचान पाएं, सावधान रहें और जरूरत पड़ने पर मदद कैसे लें।
कुछ छोटे‑छोटे संकेत तुरंत ध्यान खींचते हैं: व्यक्ति अक्सर भयभीत दिखे, अपने पासवर्ड या पहचान पत्र न रखे, किसी से मिलने नहीं दे, लगातार घुटन या चोट के निशान हों, काम और रहने की जगह अलग ही हो। नौकरी के ऑफर जो बहुत ज्यादा पैसे देने का वादा करें, अचानक रिश्ते या विदेश भेजने के वादे पर भी सतर्क रहें। बच्चे या युवाओं के साथ किसी व्याख्याता/रोजगार एजेंट द्वारा गुप्त बातचीत भी लाल झंडा है।
ऑनलाइन: अचानक कोई दोस्त बनने की कोशिश करे, जल्दी जान-पहचान बढ़ाना चाहे, पैसे या पार्सल भेजने के लिए दबाव बनाए — ये रेड फ्लैग हैं।
पहला नियम: खुद से सामना करने की कोशिश न करें। शांत रहें और जितनी जानकारी मिल सके नोट कर लें — जगह, तारीख‑समय, वाहन नंबर, व्यक्ति का वर्णन। यदि बच्चा जुड़ा है तो तुरंत 1098 (Childline) पर कॉल करें। अन्य आपात स्थितियों में 112 या स्थानीय पुलिस (100) को बुलाएँ।
स्थानीय पुलिस के अलावा कई जिलों में Anti‑Human Trafficking Units (AHTU) होते हैं। विश्वसनीय एनजीओ जैसे Bachpan Bachao Andolan या स्थानीय बचाव संस्थाएँ मदद करती हैं — पर हद तक सचेत रहें और केवल प्रमाणिक संपर्कों पर ही भरोसा करें।
यदि आप गवाह हैं तो तस्वीरें या वीडियो लें (अगर करने से खतरा न हो) और समय-सारणी के साथ पुलिस को दें। किसी भी तरह के दस्तावेज़, CONTRACT या एडवर्टाइजमेंट की कॉपी सुरक्षित रखें — यह बाद में सबूत बन सकती है।
रोकथाम भी जरूरी है: नौकरी की पेशकशों की जांच करें, अनजान एजेंटों को पते न दें, परिवार और समुदाय में जागरूकता बढ़ाएँ। बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षा और अजनबियों से बातचीत के बारे में बताएं।
मानव तस्करी रोकने के लिए छोटा कदम भी बड़ा फर्क डालता है — एक सतर्क फोन कॉल, एक रिपोर्ट या एक सुरक्षित सुझाव ही किसी की ज़िंदगी बचा सकता है। अगर आपको शक है, देर न करें: 1098, 112 या स्थानीय पुलिस से संपर्क करें और सक्षम एनजीओ को सूचित करें।
गुरुग्राम पुलिस ने बॉबी कटारिया को धोखाधड़ी और मानव तस्करी के आरोप में गिरफ़्तार किया है। पीड़ित महिला ने उन पर ₹1.5 लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। कटारिया ने महिला को मॉडलिंग एजेंसी में नौकरी का झांसा दिया था, लेकिन उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया।