महावीर जयंती 2024: कुचामन सिटी और धौलपुर में भव्य जुलूस ने फैलाया अहिंसा और करुणा का संदेश

धर्म और परंपरा महावीर जयंती 2024: कुचामन सिटी और धौलपुर में भव्य जुलूस ने फैलाया अहिंसा और करुणा का संदेश

महावीर जयंती 2024 के मौके पर राजस्थान के कुचामन सिटी और धौलपुर में जैन समुदाय ने भव्य धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दिवस पर भगवान महावीर की 24वीं तीर्थंकर के रूप में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा के दौरान भगवान महावीर की मूर्ति को फूलों और ध्वज से सजाया गया था। यह आयोजन केवल एक धार्मिक गतिविधि नहीं बल्कि समुदाय के लिए आस्था और भक्ति का प्रदर्शन था। भक्तगण भजन गाते हुए और प्रार्थना मंत्रोच्चार करते हुए उनके साथ-साथ चलते रहे। मूर्ति के सामने भक्तों द्वारा फूलों की वर्षा की गई, जो शुद्धता और दिव्यता का प्रतीक था।

इस धार्मिक आयोजन का उद्देश्य महावीर के सिद्धांतों जैसे अहिंसा और करुणा का प्रसार करना था। समुदाय के सदस्य जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े और वित्तीय सहायता प्रदान कर उनके प्रति सहानुभूति और दया दिखा रहे थे। यह सारी गतिविधियां भगवान महावीर के संदेशों के अनुरूप थीं। मुनियों और साध्वीओं ने सत्संग और प्रवचन आयोजित कर सामूहिकता को सत्य, अपरिग्रह, और आत्मानुशासन के माध्यम से जीवन की ओर प्रेरित किया।

शोभायात्रा का समापन स्थानीय जैन मंदिरों पर हुआ, जहां भक्तों ने ‘अभिषेक’ जैसे विधिवत अनुष्ठान किए। यह आयोजन केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि जैन मूल्यों जैसे सहिष्णुता, सादगी और सेवा के महत्व को दर्शाता है। प्रतिभागियों ने महावीर के रास्ते पर चलने की शपथ ली, जहां सत्य और धर्म की राह पर चलना सर्वोपरि है।

इस धार्मिक जुलूस ने यह प्रदर्शित किया कि कैसे महावीर जयंती का आयोजन केवल धार्मिक पूजा नहीं बल्कि समाज सेवा के माध्यम से महावीर के मूल्यवान सिद्धांतों को जीवित रखने का उपक्रम है। हालांकि आयोजन के विशेष आयोजकों की जानकारी के सूत्र स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन यह परंपरागत रूप से जैन सामुदायिक भावना की अभिव्यक्ति थी।