पश्चिम बंगाल: राज्य की खबरें, सांस्कृतिक विशेषताएँ और ताज़ा अपडेट

पश्चिम बंगाल एक राज्य, भारत का एक जीवंत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध इकाई जो बंगाल के इतिहास और आधुनिक राजनीति का अनूठा मिश्रण है है। इसकी राजधानी कोलकाता, जो एक सांस्कृतिक और शैक्षिक केंद्र है, देश की सबसे ज्यादा बातचीत वाली शहरों में से एक है। पश्चिम बंगाल के लोगों की जीवन शैली, भाषा और त्योहारों का असर बिहार, झारखंड और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी इलाकों पर भी दिखाई देता है। यहाँ की आबादी न केवल राजनीति में जोरदार है, बल्कि खेल, साहित्य और कला के क्षेत्र में भी अपनी छाप छोड़ती है।

यहाँ के लोग छठ पूजा जैसे त्योहार को बड़ी श्रद्धा से मनाते हैं, जिसका असली मनाने का तरीका बिहार और झारखंड के साथ जुड़ा हुआ है। इस त्योहार में सूर्य देव और छठ मइया को अर्घ्य देने की परंपरा लाखों लोग अपनाते हैं। राज्य की राजनीति भी अक्सर राष्ट्रीय खबरों में आती है — चुनाव, वोटर लिस्ट सुधार और स्थानीय नेताओं के बयान बार-बार चर्चा का विषय बनते हैं। यहाँ के लोग अपने निजी अधिकारों के लिए भी आवाज उठाते हैं, जैसे डिजिटल गोपनीयता और निर्वाचन पारदर्शिता के मामले।

कोलकाता के बाहर भी पश्चिम बंगाल के गाँवों में खेल का जुनून बहुत ज्यादा है। क्रिकेट और फुटबॉल के मैचों में लोगों का जोश देखकर लगता है कि यहाँ की हर गली एक स्टेडियम है। यही वजह है कि इस राज्य के खिलाड़ी देश के लिए खेलते हैं। अगर आप इस राज्य की ताज़ा खबरें चाहते हैं — चाहे वो चुनाव के नतीजे हों, त्योहारों का आयोजन हो, या फिर किसी नए विकास परियोजना की जानकारी — तो यहाँ आपको वो सब मिल जाएगा। इस पेज पर आपको पश्चिम बंगाल से जुड़ी हर बड़ी घटना की विस्तृत जानकारी मिलेगी, जिसे सीधे स्रोतों से चुना गया है।

सोफिक एसके और दुस्तु सोनाली का वायरल वीडियो: आईटी एक्ट की धारा 67ए के तहत 7 साल जेल का खतरा
समाज

सोफिक एसके और दुस्तु सोनाली का वायरल वीडियो: आईटी एक्ट की धारा 67ए के तहत 7 साल जेल का खतरा

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  • दिस॰, 16 2025

सोफिक एसके और दुस्तु सोनाली का निजी वीडियो वायरल होने के बाद आईटी एक्ट 2000 की धारा 67ए के तहत 7 साल जेल का खतरा। वीडियो एआई-जनरेटेड और ब्लैकमेल के बाद लीक किया गया।

टीएमसी आरोप: निर्वाचन आयोग और भाजपा की मिलीभगत से मतदाता सूची में हुई बड़ी गड़बड़ी
राजनीति

टीएमसी आरोप: निर्वाचन आयोग और भाजपा की मिलीभगत से मतदाता सूची में हुई बड़ी गड़बड़ी

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  • नव॰, 10 2025

टीएमसी ने निर्वाचन आयोग और भाजपा पर आरोप लगाया कि एसआईआर प्रक्रिया के तहत पश्चिम बंगाल में हजारों मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, जिसे 'मौन अदृश्य हेराफेरी' बताया जा रहा है।