विकी कौशल, तृप्ति डिमरी और एमी विर्क की फ़िल्म 'बैड न्यूज़' की सच्ची कहानी और दुर्लभ घटना पर आधारित

मनोरंजन विकी कौशल, तृप्ति डिमरी और एमी विर्क की फ़िल्म 'बैड न्यूज़' की सच्ची कहानी और दुर्लभ घटना पर आधारित

विकी कौशल और तृप्ति डिमरी की नई फिल्म 'बैड न्यूज़'

विकी कौशल, तृप्ति डिमरी और एमी विर्क की मुख्य भूमिकाओं वाली नई फिल्म 'बैड न्यूज़' काफी चर्चा में है। इसका कारण केवल इसकी शानदार स्टारकास्ट ही नहीं, बल्कि इसकी कहानी भी है जो एक सच्ची और दुर्लभ चिकित्सकीय घटना पर आधारित है। इस फिल्म का निर्देशन आनंद तिवारी ने किया है, जो दर्शकों को एक नई और अनोखी कहानी से रूबरू कराता है।

हेट्रोपेटर्नल सुपरफेकुंडेशन: क्या है यह दुर्लभ घटना?

'बैड न्यूज़' की कहानी हेट्रोपेटर्नल सुपरफेकुंडेशन के कॉन्सेप्ट पर आधारित है। यह एक ऐसा दुर्लभ चिकित्सकीय घटना है जिसमें एक महिला विभिन्न पुरुषों के जुड़वां बच्चों को जन्म देती है। यह घटना सामान्यतः जानवरों में देखी जाती है, जैसे कुत्ते, बिल्ली और गायों में। लेकिन इंसानों में इसे बहुत ही दुर्लभ माना जाता है।

साल 2022 में ब्राज़ील की एक 19 वर्षीय महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था, जिनके पिता अलग-अलग थे। यह खबर तेज़ी से फैली और कई समाचार चैनलों में भी इसे प्रमुखता से दिखाया गया। इसी घटना ने 'बैड न्यूज़' के निर्माताओं को प्रेरित किया और उन्होंने फिल्म की कहानी को इसी सच्ची घटना पर आधारित बनाया।

फ़िल्म की कहानी

फिल्म की कहानी एक महिला के इर्द-गिर्द घूमती है, जो विभिन्न पुरुषों के जुड़वां बच्चों की मां बनती है। इस घटना के बाद उसकी ज़िन्दगी में कौन-कौन सी मुश्किलें आती हैं और यह कैसे एक हास्य और नाटकीय परिस्थितियों में बदल जाती है, यही 'बैड न्यूज़' का मुख्य विषय है।

फिल्म में विकी कौशल जिस किरदार में नज़र आ रहे है, वह दर्शकों को हंसा भी रहे है और सोचने पर भी मजबूर कर रहे है। तृप्ति डिमरी का प्रदर्शन भी बहुत सराहा जा रहा है। तृप्ति ने विकी के सामने अपनी छवि को बखूबी स्थापित किया है। एमी विर्क ने भी अपने अभिनय से दिल जीत लिया है।

विभिन्न सालों में सामने आए मामले

हेट्रोपेटर्नल सुपरफेकुंडेशन के मामले इंसानों में बहुत ही दुर्लभ हैं, लेकिन ऐसे मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। 1982, 1995, 2001, 2008, 2015, 2016, और 2019 में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। दुनिया के कई हिस्सों में इस घटना की सूचना मिल चुकी है।

बैड न्यूज़ की प्रतिक्रिया

'बैड न्यूज़' ने रिलीज़ के बाद मिश्रित समीक्षाएं प्राप्त की हैं। कुछ आलोचकों ने इसकी कहानी और प्रस्तुतिकरण की सराहना की है, जबकि कुछ ने इसे कमजोर बताया है। फिर भी, फिल्म ने शुरुआती दिनों में बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया है और विकी कौशल की बड़ी ओपनर बनने की राह पर है। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म ने पहले दिन 9 से 10 करोड़ रुपये की कमाई की है।

विकी कौशल का अभिनय फिल्म का प्रमुख आकर्षण रहा है। उनकी एक्टिंग ने दर्शकों को फिल्म से जोड़े रखा। तृप्ति डिमरी ने भी अपनी भूमिका में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। फिल्म में धारणा और मजाक को बखूबी निभाया गया है।

फिल्म से मिले संदेश

फिल्म एक हास्य और नाटकीय कहानी के माध्यम से एक गंभीर और दुर्लभ घटना पर दर्शकों का ध्यान आकर्षित करती है। यह हमें सिखाता है कि ज़िन्दगी में कई अप्रत्याशित घटनाएं घटित होती हैं, जिनका सामना हमें धैर्य और सूझबुझ से करना चाहिए।

आखिरकार, 'बैड न्यूज़' एक अनोखी फिल्म है जो दर्शकों को हंसाते हुए सोचने पर मजबूर करती है। इस फिल्म के जरिये विकी कौशल और तृप्ति डिमरी जैसे कलाकारों ने अपनी काबिलियत को एक बार फिर से साबित कर दिखाया है। आनंद तिवारी की निर्देशन में बनी यह फिल्म बॉलीवुड के नए प्रयोगों में से एक है, जिसे दर्शकों के बीच से मिला-जुला समर्थन मिल रहा है।

अगर आप एक अच्छी और अनोखी कहानी देखना चाहते हैं, तो 'बैड न्यूज़' निश्चित रूप से आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

16 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Kaushal Skngh

    जुलाई 21, 2024 AT 00:11

    फिल्म का ट्रेलर देखी, मस्त लग रहा है।

  • Image placeholder

    Harshit Gupta

    जुलाई 28, 2024 AT 12:44

    विकी कौशल की कॉमिक टाइमिंग शानदार है, लेकिन कहानी की जटिलता को समझने में थोड़ा धीरज चाहिए। फिल्म में दिखाया गया हेट्रोपेटर्नल सुपरफेकुंडेशन वैज्ञानिक रूप से भी काफ़ी रोचक है। तृप्ति की भूमिका में थोड़ा अधिक नाट्यशीलता है, जो कई बार दर्शकों को उलझन में डाल देती है। इस प्रकार की दुर्लभ मेडिकल केस को हल्के-फुल्के अंदाज़ में पेश करना जोखिम भरा हो सकता है। फिर भी एमी विर्क की परफ़ॉर्मेंस में एक कड़ी सच्ची भावना झलकती है। कुल मिलाकर, फिल्म ने बॉक्स ऑफिस में अच्छी कमाई की है, जो दर्शकों की जिज्ञासा को दर्शाता है।

  • Image placeholder

    HarDeep Randhawa

    अगस्त 5, 2024 AT 01:17

    ओह, क्या बात है, इस फ़िल्म का ट्रेलर, बिल्कुल दिमाग़ उड़ाने वाला, देख कर ही सारा दिन बन जाता है!!! हेट्रोपेटर्नल सुपरफेकुंडेशन, नाम सुनते ही दिमाग़ में सवाल आ जाते हैं, लेकिन निर्देशक ने इसे बहुत ही ग्रिफ़्ट तरीके से पेश किया है, जिससे दर्शक झट से आकर्षित हो जाते हैं, और फिर एक के बाद एक ट्विस्ट्स, अंत तक पकड़ बना रहता है!!!

  • Image placeholder

    Nivedita Shukla

    अगस्त 12, 2024 AT 13:51

    विकी कौशल की एक्टिंग हमेशा से ही लोगों के दिल में बस गई है, लेकिन इस बार उनकी भूमिका में एक नया आयाम दिखता है।
    हर एक सीन में वह अपनी कॉमिक टाइमिंग को सटीकता से इस्तेमाल करती है, जिससे हँसी और सोच दोनों का तालमेल बनता है।
    तृप्ति डिमरी की प्रस्तुति में एक कच्ची संवेदनशीलता है, जो कई बार दर्शकों को भावनात्मक रूप से झकझोर देती है।
    हेट्रोपेटर्नल सुपरफेकुंडेशन जैसा दुर्लभ मेडिकल केस फिल्मों में दुर्लभ ही नहीं, बल्कि समझने में भी जटिल होता है।
    लेकिन फिल्म ने इसे इस तरह सजाया है कि वैज्ञानिक जटिलता को भी आम जनता तक पहुँचाया जा सके।
    ब्राज़ील की उस 19 साल की लड़की की कहानी एक सामाजिक टिप्पणी बन जाती है, जो कई पहलुओं को उजागर करती है।
    फ़िल्म में जो कॉमिक रिफ़्लेक्शन है, वह दर्शकों को इस अनोखी दुविधा के साथ जूझने के लिए प्रेरित करता है।
    एमी विर्क की किरदार में वह सच्ची और पर्सोनल टच लाती है, जो इसे और अधिक मानवीय बनाता है।
    निर्देशक आनंद तिवारी ने कहानी को एक सुनियोजित ढंग से प्रस्तुत किया है, जिससे कभी बोर नहीं होता।
    कभी-कभी फ़िल्म में अचानक मोड़ आते हैं, जो दर्शकों को सस्पेंस में डाल देते हैं।
    सभी कलाकारों का समन्वय एकजुट रूप में दिखता है, जिससे कहानी की नींव मजबूत होती है।
    बॉक्स ऑफिस पर शुरुआती सफलता यह दर्शाती है कि लोग इस तरह की अनोखी कहानियों को सराहते हैं।
    फ़िल्म ने सामाजिक और मेडिकल दोनों स्तर पर एक नया संवाद स्थापित किया है।
    हास्य और नाटकीय तत्वों का संतुलन इसे एक सर्वसमावेशी मनोरंजन बनाता है।
    समग्र रूप से, 'बैड न्यूज़' एक ऐसा प्रयोग है जो दर्शकों को सोचने, हँसने और संवेदना करने का अवसर देता है।

  • Image placeholder

    Rahul Chavhan

    अगस्त 20, 2024 AT 02:24

    फिल्म की कहानी सुनने में तो दिलचस्प लगती है, लेकिन वास्तविकता में ऐसी घटना देखना बेहद चुनौतिपूर्ण हो सकता है।

  • Image placeholder

    Joseph Prakash

    अगस्त 27, 2024 AT 14:57

    भले ही फिल्म में कई ट्विस्ट हों, लेकिन अंत में दर्शक को एक स्पष्ट संदेश मिलता है।

  • Image placeholder

    Arun 3D Creators

    सितंबर 4, 2024 AT 03:31

    हेट्रोपेटर्नल सुपरफेकुंडेशन को मज़ाक में ढालना एक जोखिम भरा कदम है लेकिन फिल्म ने इसे संभाल लिया

  • Image placeholder

    RAVINDRA HARBALA

    सितंबर 11, 2024 AT 16:04

    वास्तव में, फ़िल्म ने वैज्ञानिक विवरणों को कई बार सरलीकृत किया है, जिससे पेशेवर दृष्टिकोण से यह असंतोषजनक है। बॉक्स ऑफिस की कमाई को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि दर्शकों ने तथ्यात्मक सटीकता को नहीं माना।

  • Image placeholder

    Vipul Kumar

    सितंबर 19, 2024 AT 04:37

    हर कोई इस कहानी से कुछ न कुछ सीख सकता है, चाहे वह चिकित्सा की जटिलता हो या सामाजिक दबावों की समझ। हमें ऐसे मुद्दों पर खुलकर चर्चा करनी चाहिए।

  • Image placeholder

    Priyanka Ambardar

    सितंबर 26, 2024 AT 17:11

    फ़िल्म ने जिस तरह से शेयरिंग की थी, वह शानदार है! लेकिन कुछ लोग इसे हल्का-फुल्का समझते हैं 😐, हमें इस गंभीर विषय को गहराई से देखना चाहिए।

  • Image placeholder

    sujaya selalu jaya

    अक्तूबर 4, 2024 AT 05:44

    फिल्म का मूल उद्देश्य लोगों को सूचित करना समझ में आता है, लेकिन प्रस्तुति में संतुलन होना ज़रूरी है।

  • Image placeholder

    Ranveer Tyagi

    अक्तूबर 11, 2024 AT 18:17

    वाह! क्या दास्तान है, क्या गहराई! निर्देशक ने हर एक सीन में इतनी ऊर्जा डाली है कि दर्शक तुरंत जुड़ जाता है!!! कहानी में विज्ञान और मानवीय भावनाओं का अद्भुत मिश्रण है!!!

  • Image placeholder

    Tejas Srivastava

    अक्तूबर 19, 2024 AT 06:51

    इस फ़िल्म में किरदारों का विकास चकाचक है, और विख्यात कलाकारों की परफ़ॉर्मेंस देख कर दिल खुश हो जाता है!!! हर मोड़ पर एक नई चर्चा उभरती है, जो दर्शकों को अंत तक बांधे रखती है!!!

  • Image placeholder

    JAYESH DHUMAK

    अक्तूबर 26, 2024 AT 19:24

    फ़िल्म में प्रस्तुत हेट्रोपेटर्नल सुपरफेकुंडेशन का वैज्ञानिक पक्ष विस्तृत रूप से बताया गया है।
    इस प्रक्रिया के जैविक तंत्र को समझाने के लिए स्क्रीन पर ग्राफ़िक्स और डेटा का उपयोग किया गया है।
    विकी कौशल ने इस जटिल विषय को हल्के स्वर में पेश करके दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया है।
    तृप्ति डिमरी का पात्र सामाजिक दुविधाओं को उजागर करता है, जिससे कथा में गहराई आती है।
    एमी विर्क द्वारा निभाए गए चरित्र में एक नैतिक संघर्ष का चित्रण है।
    आनंद तिवारी ने न केवल कहानी को संरचित किया है, बल्कि संगीत और लाइटिंग को भी सटीक रूप से समायोजित किया है।
    समीक्षकों ने इस फिल्म को मिश्रित प्रतिक्रिया दी है, परंतु बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई देखी जा सकती है।
    समग्र रूप से, यह प्रयास बॉलीवुड में नई विषयवस्तु के प्रयोग को दर्शाता है।

  • Image placeholder

    Santosh Sharma

    नवंबर 3, 2024 AT 07:57

    सभी को प्रोत्साहित किया जाता है कि इस तरह के अभूतपूर्व विषयों पर खुली चर्चा में भाग लें, जिससे जागरूकता बढ़ेगी।

  • Image placeholder

    yatharth chandrakar

    नवंबर 10, 2024 AT 20:31

    फिल्म से सीखने लायक कई बातें हैं।

एक टिप्पणी लिखें