अगर आप उत्तराखंड के देह जिले में साल भर का सबसे रंगीन आयोजन देखना चाहते हैं, तो देह दशहरा मेला आपका इंतजार कर रहा है। ये मेला हर साल अक्टूबर‑नवंबर में होता है, लेकिन 2025 में मुख्य तारीखें 20 से 25 अक्टूबर तय हो गई हैं। इस दौरान पूरे क्षेत्र में ढेर सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम, ट्रेड शॉप और स्थानीय व्यंजनों की भरमार होती है।
मेला दो भागों में बांटा जाता है – प्रोफेशनल स्टॉल और लोकल हेंडीक्राफ्ट एरिया। प्रोफेशनल स्टॉल में बड़े ब्रांड कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक सामान और ऑटोमोबाइल एक्सिबिशन होते हैं। लोकल एरिया में कारीगरों के हाथों से बने पत्थर की मोरलग, धातु की मूर्तियां और बांस की टोकरी मिलती हैं। साथ ही, रात में सिडी लाइटिंग और पैट्रिक डांस शोज़ होते हैं, जिनमें स्थानीय कलाकारों के साथ मशहूर बैंड भी भाग लेते हैं।
देह दशहरा मेला सिर्फ शॉपिंग नहीं है, यहाँ धार्मिक कार्यक्रम भी होते हैं। मेले के आसपास कई मंदिर और क्षत्रियों के झुके होते हैं, जहाँ सुबह की आरती और शाम के भजन सुनने का मौका मिलता है। अगर आप आध्यात्मिक माहौल चाहते हैं, तो इन समारोहों में शामिल हो सकते हैं।
देह पहुंचने के लिए आप देहरादून से बस या टैक्सी ले सकते हैं; दूरी लगभग 200 किमी है और सफर 5-6 घंटे का होता है। अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं, तो रॉकिंग स्टेशन ‘देह’ सबसे नज़दीकी है। मेले के समय होटल बुकिंग तेज़ी से भर जाती है, इसलिए जल्द से जल्द ऑनलाइन बुकिंग कर लें। बजट में रहने के लिए होस्टल या गेस्टहाउस बेहतर विकल्प हैं – कीमतें 500‑800 रुपये प्रति रात से शुरू होती हैं।
भोजन के लिए मेले के अंदर कई स्टॉल हैं, जहाँ आप ‘केसरी भुना’, ‘दाल मठा’ और ‘आलू टिक्की’ जैसे उत्तराखंडी स्नैक्स ट्राई कर सकते हैं। हाइड्रेशन का ध्यान रखें – बजट में पानी की बोतलें 20 रुपये में मिल जाती हैं।
भीड़ प्रबंधन के लिए सुबह जल्दी पहुंचें, खासकर मुख्य प्रवेश द्वार पर सुरक्षा चेक होते हैं। आपका सामान हल्का रखें और कीमती चीजें घर पर ही रखें। अगर आप बच्चों के साथ जा रहे हैं तो सुरक्षित खेलने के क्षेत्र देखें, जहाँ सुरक्षा गार्ड मौजूद होते हैं।
हल्का ट्रांसपोर्टेशन भी उपलब्ध है – मेला में इलेक्ट्रिक कार और साइकिल रेंटल स्टैंड होते हैं, जिससे आप भीड़ से बचकर घूम सकते हैं।
आख़िर में, अगर आप कुछ खास यादगार बनाना चाहते हैं, तो मेले के फोटोग्राफ़ी कोना या स्मृति चिह्न ढूँढ़ना न भूलें। इन चीज़ों से आपका देह दशहरा मेला अनुभव हमेशा के लिए संजोया रहेगा।
तो तैयार हो जाइए, अपने बैग पैक करिए और इस साल के सबसे बड़े उत्तराखंडी मेले का आनंद उठाइए। आप अपने दोस्तों या परिवार के साथ आकर इस रंगीन, धुंधले और ख़ुशी से भरे माहौल को लेकर घर वापस वापस आएँगे।
देह गाँव में दशहरा मेला के लिए जबर्दस्त तैयारी चल रही है। गाँव प्रधान के सक्रिय नेतृत्व में भूमि तैयार करने का समारोह बड़े संगठित ढंग से हुआ। स्थानीय कारीगरों, कलाकारों और व्यापारीयों को विशेष मंच मिल रहा है। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम, पुतला प्रदर्शनी और पारंपरिक व्यंजन प्रस्तुत किए जाएंगे। इस पहल से ग्रामीण पर्यटन को नई दिशा मिलेगी।