दक्षिण भारत में बारिश

दक्षिण भारत में बारिश एक साधारण मौसमी घटना नहीं, बल्कि दक्षिण भारत में बारिश, भारत के दक्षिणी राज्यों में मानसून के साथ आने वाली जीवन-मरण की बात है, जो खेती, बाढ़ और रोजगार को निर्धारित करती है। यहाँ की बारिश बिना बाढ़ के नहीं, और बिना खेती के नहीं आती। तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश में हर साल जून से सितंबर तक दक्षिण-पश्चिम मानसून आता है, और फिर अक्टूबर-नवंबर में उत्तर-पूर्व मानसून लौटता है। इन दो बारिशों के बिना यहाँ के खेत खाली रह जाते हैं।

जब बारिश ज्यादा होती है, तो बाढ़, दक्षिण भारत में बारिश के अतिरिक्त पानी का अनियंत्रित बहाव, जो घर, सड़कें और फसलें बहा ले जाती है आती है। 2025 में जम्मू में भारी बारिश के कारण स्कूल बंद हो गए, और वैष्णो देवी यात्रा रोक दी गई। इसी तरह, कर्नाटक और केरल में बारिश के बाद नदियाँ उफन जाती हैं, लोगों के घर बह जाते हैं, और बिजली चली जाती है। लेकिन जब बारिश कम होती है, तो फसलें सूख जाती हैं। तमिलनाडु के किसानों को पानी के लिए ट्रक लगाने पड़ते हैं। खेती, दक्षिण भारत की अर्थव्यवस्था की नींव, जो बारिश पर निर्भर करती है—चावल, गन्ना, चाय और कॉफी की उपज बारिश के आधार पर तय होती है। जब बारिश नहीं होती, तो बाजार में चावल की कीमतें बढ़ जाती हैं।

दक्षिण भारत में बारिश का सीधा संबंध रोजगार से है। बारिश के बाद निर्माण काम शुरू होते हैं, लेकिन बाढ़ के बाद लोगों को बचाव कार्यों में लगना पड़ता है। यही कारण है कि जब बारिश अचानक बंद हो जाती है, तो बाजार में अशांति फैल जाती है। आज के दौर में, जब जलवायु बदल रही है, तो बारिश का शेड्यूल भी बदल रहा है। कुछ साल बारिश जल्दी आती है, तो कुछ साल देर से। इसलिए आज यहाँ के लोग न केवल बारिश का इंतजार करते हैं, बल्कि उसके असर को समझने की कोशिश करते हैं।

इस पेज पर आपको दक्षिण भारत में बारिश के सीधे और असीधे असर को दिखाने वाली खबरें मिलेंगी—जहाँ बारिश ने रैली में भगदड़ का कारण बनी, जहाँ स्कूल बंद हुए, और जहाँ बाढ़ ने जीवन बदल दिया। ये खबरें बताती हैं कि बारिश सिर्फ बादल नहीं, बल्कि जीवन का एक हिस्सा है।

बॉयफ़िस्ट और सेन्यार की दोहरी चक्रवात चेतावनी: दक्षिण भारत में भारी बारिश और तूफानी हवाएं
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बॉयफ़िस्ट और सेन्यार की दोहरी चक्रवात चेतावनी: दक्षिण भारत में भारी बारिश और तूफानी हवाएं

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  • दिस॰, 2 2025

सेन्यार और दित्वाह दो चक्रवात एक साथ बंगाल की खाड़ी को घेर रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पुडुचेरी और अंडमान-निकोबार में भारी बारिश और तूफानी हवाओं की चेतावनी जारी की है।