CSIR-NEERI: विज्ञान, तकनीक और पर्यावरणीय समाधान

When working with CSIR-NEERI, भारत की प्रमुख जल और पर्यावरणीय इंजीनियरिंग शोध संस्था. Also known as नेशनल एनवायरनमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट, it plays a crucial role in tackling water scarcity, pollution control and sustainable development. इस संस्थान की स्थापना 1974 में हुई और तब से यह जल विज्ञान, जल गुणवत्ता, जल‑संसाधन प्रबंधन, और पर्यावरणीय मॉनिटरिंग में अग्रणी बना हुआ है।

CSIR-NEERI अपने काम को आगे बढ़ाने के लिए CSIR, वैज्ञानिक पथप्रदर्शक भारतीय संस्थान के साथ निकट सहयोग करता है। यह सहयोग दोनों संस्थानों को पर्यावरणीय मॉनिटरिंग, वायुमंडल, जल और मिट्टी की गुणवत्ता की निरंतर जाँच में नवीन उपकरण विकसित करने में मदद करता है। साथ ही, CSIR-NEERI ने जल संरक्षण तकनीक, पानी बचाने के अभिनव उपाय जैसे रेनवॉटर हार्वेस्टिंग, टैप जल शोधन और जल‑पुनर्चक्रण को व्यावहारिक रूप से लागू किया है, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता बढ़ी है।

मुख्य शोध क्षेत्र और सामाजिक प्रभाव

CSIR-NEERI का शोध पर्यावरणीय इंजीनियरिंग तक सीमित नहीं है; यह जल‑उर्जा, बायो‑रिसाइकलिंग, और जल‑सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भी विस्तृत है। उदाहरण के तौर पर, संस्थान ने जल‑संसाधन प्रबंधन में GIS‑आधारित मॉडल विकसित किए हैं, जो नदियों की बाढ़ संभावनाओं को सटीक रूप से अनुमानित करते हैं। इन मॉडलों की मदद से राज्य सरकारें बाढ़‑प्रबंधन योजनाएँ तैयार कर रही हैं। इसी तरह, जल‑गुणवत्ता सुधार के लिए स्थापित बायो‑रीएक्टर ने 80% तक प्रदूषक हटाने की क्षमता दिखाई है, जो औद्योगिक अपशिष्ट के निपटान को सुरक्षित बनाता है।

इन सभी पहलुओं का सीधा संबंध CSIR-NEERI की सामाजिक जिम्मेदारी से है। जब गाँवों में नई जल‑सुरक्षा तकनीक लायी जाती है, तो किसान की फसल उत्पादन में 15‑20% सुधार देखा गया है। शहरी क्षेत्रों में जल‑शोधन प्लांट की स्थापना से पेयजल की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस प्रकार, CSIR-NEERI का काम न सिर्फ वैज्ञानिक उपलब्धि है, बल्कि रोज़मर्रा के जीवन में सुधार लाने वाला एक ठोस योगदान है।

नीचे आप CSIR-NEERI से जुड़ी नवीनतम खबरों, शोध परिणामों और विश्लेषणात्मक लेखों की सूची पाएँगे, जो इस विज्ञान‑प्रौद्योगिकी के केंद्र की वर्तमान दिशा और भविष्य की संभावनाओं को उजागर करेंगे।

दिल्ली सरकार ग्रीन पटाखा अनुमति माँगी, CSIR‑NEERI की नई तकनीक
विज्ञान

दिल्ली सरकार ग्रीन पटाखा अनुमति माँगी, CSIR‑NEERI की नई तकनीक

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  • अक्तू॰, 7 2025

CSIR‑NEERI के ग्रीन पटाखे कम‑धुआँ, कम‑शोर के साथ दिवाली 2024 में उपयोग के लिए दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अनुमति माँगी, स्वास्थ्य और पर्यावरण पर सकारात्मक असर की उम्मीद।