सिन्धु के 11 वर्षीय एटीका मीर ने यूरोपीय कार्टिंग में चौथा स्थान, ओमर अब्दुल्ला ने बधाई

खेल सिन्धु के 11 वर्षीय एटीका मीर ने यूरोपीय कार्टिंग में चौथा स्थान, ओमर अब्दुल्ला ने बधाई

जब एटीका मीर, 2014 में जन्मी सिन्हेरी की युवा कार्टिंग प्रतिभा ने स्लोवाकिया में आयोजित यूरोपियन कार्टिंग चैंपियनशिप स्लोवाकिया में चौथा स्थान प्राप्त किया, तो जम्मू‑कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने तुरंत बधाई संदेश भेजा। यह जीत भारतीय और महिला कार्टिंग में अब तक की सबसे अच्छी उपलब्धि रही।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: कशमीर से विश्व मंच तक

एटीका का सफर कोई साधारण कहानी नहीं है। उसके पिता असिफ नाज़िर मीर, जो स्वयं भारत के राष्ट्रीय कार्टिंग चैंपियन और फ़ॉर्मूला एशिया ड्राइवर रहे हैं, ने बेटी को छोटी उम्र में ही ट्रैक पर ले जाना शुरू कर दिया। 2019 में परिवार दुबई आया, जहाँ एटीका ने 6 साल की उम्र में इलेक्ट्रिक कर्ट्स से परिचय करवाया। दो साल बाद वह प्रोफेशनल कर्टिंग में कदम रखी और यूएई में कई टाइटल जीतने लगी।

2022‑23 में उसने यूएई IAME नेशनल कार्टिंग चैंपियनशिप में मिनी‑R वर्ग में उप‑चैंपियन का खिताब हासिल किया। फिर 2024 में इटली के रोटैक्स यूरो ट्रॉफी के फाइनल में पहुँचकर भारतीय महिला ड्राइवरों की नई सीमा स्थापित की। उसी साल फ्रांस के ले मैन में आयोजित रोटैक्स मैक्स चैलेंज इंटरनेशनल ट्रॉफी में माइक्रो मैक्स वर्ग जीतकर वह प्रथम महिला बन गई जिसने इस प्रतिष्ठित श्रृंखला में जीत दर्ज की।

अंतरराष्ट्रीय सफलताएँ और फ़ॉर्मूला 1 एकेडमी का चयन

फ़रवरी 2025 में अबू धाबी के यास मारिना सर्किट पर IAME समर कप में एटीका ने पोडियम पर जगह बनाई। जनवरी 2025 में इटली के बबीरेस ड्राइवर एकेडमी में शामिल होकर WSK कार्टिंग सीरीज़ में प्रतिस्पर्धा करने का अनुभव प्राप्त किया। उसी साल वह 2024 की आयरन डेम्स यंग टैलेंट कार्यक्रम की एकमात्र एशियाई ड्राइवर बनी।

इन उपलब्धियों के बाद, फ़ॉर्मूला 1 अकादमी ने एटीका को अपने ‘डिस्कवर योर ड्राइव’ डेवलपमेंट प्रोग्राम में चुना – यह पहला बार है जब भारतीय और एशियाई लड़कियों को इस स्तर पर शामिल किया गया। इस चयन के साथ, दुबई‑आधारित AKCEL GP, जो फ़ॉर्मूला 1 अकादमी से जुड़ी टीम है, ने भी एटीका को साइन किया। इस कदम से वह अब यूरोप और मध्य‑पूर्व के शीर्ष ड्राइवरों के साथ 115 km/h तक की रफ़्तार से प्रतिस्पर्धा कर रही है, लक्ष्य है फ़ॉर्मूला 1 तक पहुँचना।

मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया और कश्मीर में इससे मिलने वाला उत्साह

मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया और कश्मीर में इससे मिलने वाला उत्साह

25 सितंबर 2025 को ओमर अब्दुल्ला ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एटीका को बधाई देते हुए कहा – “बढ़िया काम एटीका! आपका आत्मविश्वास और जुनून देख कर दिल खुश हो गया। आशा है जल्द ही आप कश्मीर से फ़ॉर्मूला 1 की ऊँचाइयों को छूएँगी।” इस संदेश ने कश्मीर के युवाओं में बड़ी आशा जगा दी। कई स्कूल के शिक्षक और खेल विभाग के अधिकारी अब एटीका को स्थानीय प्रतिभाओं के लिए एक रोल मॉडल मान रहे हैं।

कश्मीर में मोटरस्पोर्ट अभी नयी अवस्था में है, लेकिन एटीका की उपलब्धि से सरकार ने इस खेल के लिए इंफ़्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ाने का वादा किया। योजना में गुवाहती में अंतरराष्ट्रीय मानकों के रेस ट्रैक की संभावित स्थापना, उन्नत प्रशिक्षण केन्द्र और स्थानीय युवा ड्राइवरों को स्कॉलरशिप प्रदान करना शामिल है।

भविष्य की राह: फ़ॉर्मूला 1 की ओर एक कदम‑दर‑कदम

एटीका का लक्ष्य स्पष्ट है – फ़ॉर्मूला 1 ड्राइवर बनना। वह अभी भी फ़ॉर्मूला 1 अकादमी की ट्यूटोरिंग, फिजिकल ट्रेनिंग और सिम्युलेटर सत्रों में शामिल है। अगले दो‑तीन साल में वह यूरोपियन फ़ॉर्मूला 3 और फ़ॉर्मूला 2 श्रेणियों में कदम रखने की तैयारी कर रही है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि एटीका लगातार अंतरराष्ट्रीय प्लेटफ़ॉर्म पर प्रदर्शन करती रहती है, तो वह 2029‑2030 के बीच फ़ॉर्मूला 1 ग्रिड पर अपना पहला सत्र दे सकती है। इस रास्ते में तकनीकी समर्थन, स्पॉन्सरशिप और निरंतर मानसिक तैयारी महत्वपूर्ण होंगे।

मुख्य आँकड़े और तफ़सीली जानकारी

मुख्य आँकड़े और तफ़सीली जानकारी

  • उम्र: 11 वर्ष (जनवरी 2025 में 11) 
  • पहला अंतरराष्ट्रीय पदक: 2024 – रोटैक्स मैक्स चैलेंज, ले मैन (विजय) 
  • वर्तमान रैंकिंग: यूरोपियन कार्टिंग में 4th 
  • सहायता: फ़ॉर्मूला 1 अकादमी के ‘डिस्कवर योर ड्राइव’ प्रोग्राम 
  • टीम: AKCEL GP

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

एटीका मीर की इस जीत का कश्मीर के युवा खेल प्रतिभा पर क्या असर पड़ेगा?

एटीका की सफलता ने कश्मीर में मोटरस्पोर्ट को नया रूप दिया है। स्थानीय स्कूलों में अब रेसिंग क्लब बन रहे हैं, और सरकार ने युवा ड्राइवरों के लिए स्कॉलरशिप एवं प्रशिक्षण सुविधाएँ प्रदान करने की योजना बनायी है। इससे कई बच्चों के सपनों में मोटरस्पोर्ट को अपनाने की प्रेरणा मिलेगी।

क्या एटीका को अब तक कोई अंतरराष्ट्रीय स्पॉन्सर मिला है?

वर्तमान में वह AKCEL GP की टीम के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही है, जो यूएई‑आधारित है और फ़ॉर्मूला 1 अकादमी के साथ संबद्ध है। इसके अलावा, कुछ स्थानीय कंपनियों ने भी उसकी यात्रा को वित्तीय सहयोग दिया है, लेकिन अभी तक कोई वैश्विक ब्रांड आधिकारिक तौर पर स्पॉन्सर नहीं बना है।

फ़ॉर्मूला 1 अकादमी की ‘डिस्कवर योर ड्राइव’ प्रोग्राम में एटीका को क्या लाभ मिलते हैं?

इस प्रोग्राम में एटीका को उन्नत सिम्युलेटर तक पहुँच, फ़ॉर्मूला 1 इंजीनियरों से मेंटरशिप, फिजिकल फिटनेस कोचिंग और अंतरराष्ट्रीय रेसों में भाग लेने के अवसर मिलते हैं। यह समर्थन उसे शीर्ष स्तर की तकनीकी और मानसिक तैयारी में मदद करता है, जिससे वह तेज़ गति वाले ट्रैकों पर प्रतिस्पर्धा कर सके।

एटीका के अगले बड़े लक्ष्य कौन‑से हैं?

एटीका का प्राथमिक लक्ष्य अगले दो‑तीन साल में फ़ॉर्मूला 3 या फ़ॉर्मूला 2 की सीरीज में जगह बनाना है। इसके बाद वह 2029‑2030 में फ़ॉर्मूला 1 ग्रिड पर अपनी पहली रेस करने की योजना बना रही है, बशर्ते प्रदर्शन और स्पॉन्सरशिप दोनों सामने आएँ।

कश्मीर में मोटरस्पोर्ट को बढ़ावा देने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है?

जम्मू‑कश्मीर सरकार ने एटीका की उपलब्धि को देखते हुए गुवाहती में अंतरराष्ट्रीय मानकों के रेस ट्रैक की योजना बनाई है, साथ ही युवा ड्राइवरों के लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने और आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। यह कदम स्थानीय प्रतिभा को विश्व मंच पर लाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

1 Comment

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    ARPITA DAS

    अक्तूबर 6, 2025 AT 04:36

    एटीका के इस प्रदर्शन के पीछे छिपी हुई बातें शायद ही किसी को मालूम हों। ऐसा लगता है कि अंतरराष्ट्रीय मोटरस्पोर्ट संघ ने इस खिले हुए सितारे को एक रणनीतिक शहस्य के रूप में छुपा कर रख दिया है। कश्मीर के युवा को प्रेरित करने की कहा जाती कहानी, शायद सिर्फ एक बड़े खेल की परत हो। इस शीर्षक को देखकर मैं सोचता हूं कि क्या सच में यह सिर्फ प्रतिभा है या फिर कोई गुप्त एजेंडा है।

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