18 जुलाई 2025 को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेले गए तीसरे टी20आई में न्यूजीलैंड ने जिम्बाब्वे को 8 विकेट से धूल चटाई। टॉस जीतकर फील्डिंग का फैसला करने वाले मिचेल सैंटनर की टीम ने सिर्फ 13.5 ओवर में 122/2 का लक्ष्य पूरा कर दिया, जबकि जिम्बाब्वे की टीम ने 20 ओवर में सिर्फ 120/7 का स्कोर बनाया। ये मैच जिम्बाब्वे टी20आई ट्राई नेशनल सीरीज 2025हरारे स्पोर्ट्स क्लब का तीसरा मुकाबला था, जिसमें न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे शामिल थे।
जिम्बाब्वे की बल्लेबाजी फेल हुई, मैट हेनरी ने तीन विकेट लिए
जिम्बाब्वे की बल्लेबाजी शुरुआत तो अच्छी रही, लेकिन बीच में गिरावट आ गई। वेस्ली माधेवेरे ने 32 गेंदों में 36 रन बनाकर टीम का सबसे बड़ा योगदान दिया। जबकि कप्तान सिकंदर राजा और रायन बर्ल जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने भी बल्ला चलाने का प्रयास किया, लेकिन निरंतर विकेट गिरने से टीम का स्कोर 120 के आसपास ही रुक गया।
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज मैट हेनरी ने 4 ओवर में सिर्फ 26 रन देकर 3 विकेट लिए। उनकी गेंदबाजी ने जिम्बाब्वे के ऊपरी बल्लेबाजों को बाहर कर दिया। रिचर्ड नगारवा, ब्लेसिंग मुजाराबानी, टिनोटेंडा ग्वांडू और टिनोटेंडा मैपोसा ने भी एक-एक विकेट लेकर टीम को बचाने की कोशिश की, लेकिन गेंद का रास्ता नहीं बदल पाया।
डेवन कॉनवे ने न्यूजीलैंड को जीत पर ले गए
न्यूजीलैंड की पारी शुरू हुई तो डेवन कॉनवे और टिम सीफर्ट ने ओपनिंग का जिम्मा संभाला। सीफर्ट ने 19 रन बनाए और फिर आउट हो गए। लेकिन उनके बाद डेवन कॉनवे ने दिखाया कि वो बस एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक क्लच प्लेयर हैं। 40 गेंदों में 59 रन बनाकर वो नाबाद रहे। उनकी पारी में 7 चौके और 3 छक्के शामिल थे। उन्होंने न सिर्फ लक्ष्य पूरा किया, बल्कि टीम को 37 गेंदों बचाकर जीत दिलाई।
कॉनवे की पारी ने उस विचार को खारिज कर दिया कि टी20 में ओपनर्स को बस तेज रन बनाने की जरूरत होती है। वो ने धीमे-धीमे, लेकिन बेहद सटीक तरीके से गेम को अपने नियंत्रण में ले लिया। जब तक उनके बल्ले से रन नहीं आ रहे थे, तब तक टीम का बल्लेबाजी लक्ष्य बहुत धीमा रहा। लेकिन जैसे ही उन्होंने गति बढ़ाई, जिम्बाब्वे की गेंदबाजी बिखर गई।
हरारे स्पोर्ट्स क्लब: तेज गेंदबाजों का घर
ये मैच जिम्बाब्वे के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मैदान हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला गया, जहां पिछले 10 मैचों में तेज गेंदबाजों ने 75 विकेट लिए, जबकि स्पिनर्स को सिर्फ 43 विकेट मिले। यहां का मैदान गेंद को ज्यादा चलने नहीं देता, और वातावरण में हल्की धूल और 23.4°C का तापमान भी तेज गेंदबाजों के लिए फायदेमंद रहा।
इस मैच के बाद टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड की टीम का रिकॉर्ड 2 जीत और 0 हार हो गया। जबकि जिम्बाब्वे का रिकॉर्ड 1 जीत और 2 हार बन गया। दक्षिण अफ्रीका के साथ फाइनल मैच के लिए न्यूजीलैंड की टीम बेहद आत्मविश्वास के साथ आ रही थी।
टूर्नामेंट का फाइनल: न्यूजीलैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका
ट्राई नेशनल सीरीज का फाइनल 26 जुलाई 2025 को फिर से हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला गया। न्यूजीलैंड ने 180/5 का स्कोर बनाया, जिसमें रचिन रविंद्र ने 27 गेंदों में 47 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका ने जवाब में 177/6 का स्कोर बनाया, लेकिन 3 रन की कमी से हार गया। न्यूजीलैंड ने टूर्नामेंट जीत लिया।
जिम्बाब्वे की टीम के बदलाव और चुनौतियां
जिम्बाब्वे ने इस मैच में वेलिंगटन मासाकाडजा की जगह टिनोटेंडा मैपोसा को शामिल किया, लेकिन ये बदलाव फायदेमंद नहीं रहा। टीम के टॉप 6 बल्लेबाजों में कोई भी 40 रन से ऊपर नहीं जा पाया। राजा के बाद बीच की पारी में बल्लेबाजी का बोझ बर्ल और मुन्योंगा पर आ गया, लेकिन वो भी निराश कर गए।
जिम्बाब्वे की टीम को अभी भी बल्लेबाजी के लिए एक विश्वसनीय तीसरा विकेट की जरूरत है। जब तक वो अपने टॉप ऑर्डर को बचाने में सक्षम नहीं होगा, तब तक वो बड़े मैचों में जीत नहीं दर्ज कर पाएगा।
न्यूजीलैंड की टीम: बल्लेबाजी और गेंदबाजी का संगम
न्यूजीलैंड की टीम ने इस टूर्नामेंट में दिखाया कि वो बस बल्लेबाजी के लिए नहीं, बल्कि गेंदबाजी के लिए भी एक खतरनाक टीम है। मैट हेनरी की तेज गेंदबाजी, सैंटनर की बुद्धिमत्ता, और कॉनवे की शांत बल्लेबाजी ने टीम को एक बहुत ही संतुलित इकाई बना दिया।
इस टूर्नामेंट के बाद न्यूजीलैंड की टीम अपने अगले दौरे के लिए बेहद आत्मविश्वास के साथ लौटी। जबकि जिम्बाब्वे को अपनी टीम के बल्लेबाजी अनुक्रम को फिर से देखने की जरूरत है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
न्यूजीलैंड ने इस टूर्नामेंट में कैसे जीत दर्ज की?
न्यूजीलैंड ने तीनों मैचों में जीत दर्ज की। पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने जिम्बाब्वे को हराया, दूसरे मैच में न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को 21 रन से हराया, और तीसरे मैच में जिम्बाब्वे को 8 विकेट से। फाइनल में न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को 3 रन से हराकर टूर्नामेंट जीत लिया।
डेवन कॉनवे की पारी क्यों इतनी महत्वपूर्ण थी?
कॉनवे ने सिर्फ 40 गेंदों में 59 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 3 छक्के शामिल थे। उन्होंने न तो जल्दबाजी की, न ही गलती की। जब तक वो बल्लेबाजी कर रहे थे, टीम का लक्ष्य नियंत्रित रहा। उनकी शांति और सटीकता ने जिम्बाब्वे की गेंदबाजी को बेकार साबित कर दिया।
हरारे स्पोर्ट्स क्लब का मैदान कैसा होता है?
हरारे स्पोर्ट्स क्लब का मैदान तेज गेंदबाजों के लिए फायदेमंद है। पिछले 10 टी20 मैचों में तेज गेंदबाजों ने 75 विकेट लिए, जबकि स्पिनर्स को सिर्फ 43 विकेट मिले। गेंद ज्यादा चलती नहीं, और हल्की धूल भी गेंद को रिवर्स स्विंग करने में मदद करती है।
जिम्बाब्वे की टीम में क्या समस्या है?
जिम्बाब्वे की टीम का बड़ा खामियाजा बल्लेबाजी की गहराई का अभाव है। टॉप ऑर्डर के बाद कोई भी खिलाड़ी 30 रन से ऊपर नहीं जा पाया। राजा और बर्ल जैसे खिलाड़ियों को अकेले बल्ला चलाने का बोझ उठाना पड़ रहा है, जिससे टीम का संतुलन बिगड़ जाता है।
न्यूजीलैंड की टीम के लिए अगला लक्ष्य क्या है?
अगला लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शीर्ष टी20 टूर्नामेंट में शामिल होना है। न्यूजीलैंड के कोच ने बताया कि टीम को अब बल्लेबाजी की गति और गेंदबाजी की समानता पर ध्यान देना होगा। डेवन कॉनवे और मैट हेनरी जैसे खिलाड़ियों को अब टीम के नेता बनाया जा रहा है।
क्या जिम्बाब्वे के लिए अभी भी उम्मीद है?
हां, लेकिन बल्लेबाजी के लिए एक नया नेता चाहिए। अगर वो अपने टॉप ऑर्डर को बचाने में सफल हो जाते हैं, तो उनके पास तेज गेंदबाजों का एक शानदार बल्लेबाजी लाइनअप है। अगले टूर्नामेंट में उन्हें युवा बल्लेबाजों को अवसर देना होगा।
Shruthi S
नवंबर 18, 2025 AT 15:33देखा ना भाई, डेवन कॉनवे ने वो कर दिखाया जो हमारे बल्लेबाज नहीं कर पाते... धीमे, शांत, लेकिन बेहद ताकतवर। ❤️
Neha Jayaraj Jayaraj
नवंबर 19, 2025 AT 09:56अरे यार ये तो बस एक मैच था! जिम्बाब्वे की टीम तो हमेशा से ऐसी ही है... एक दिन तो वो भी अच्छा खेलेंगे ना? 😭 #जिम्बाब्वे कभी नहीं हारता #बसइसबारनहीं
Disha Thakkar
नवंबर 20, 2025 AT 06:53अरे ये सब तो बस टूर्नामेंट का एक चैपियनशिप है... असली टेस्ट क्रिकेट में न्यूजीलैंड की टीम तो लगातार फेल होती है। ये टी20 बस एक रंगीन बाजार है। जिम्बाब्वे के खिलाफ 8 विकेट से जीत? वाह! 🤡
Abhilash Tiwari
नवंबर 20, 2025 AT 20:48मैट हेनरी की गेंदबाजी देखकर लगा जैसे कोई बर्फ की बूंद आगे बढ़ रही हो... ठंडी, तेज, और बिल्कुल अनियोजित। कॉनवे की पारी तो बस एक कविता थी। 🌿
Anmol Madan
नवंबर 22, 2025 AT 03:08यार बस एक बात कहूँ... जिम्बाब्वे के खिलाड़ी तो लगते हैं जैसे बैट लेकर बैठे हैं लेकिन दिमाग घर पर है। 😅
Shweta Agrawal
नवंबर 22, 2025 AT 19:04कॉनवे की पारी बहुत अच्छी लगी... और हेनरी भी बहुत अच्छा खेले थे। बस ये मैच देखकर लगा जैसे क्रिकेट अभी भी जीवित है 😊
raman yadav
नवंबर 24, 2025 AT 01:16देखो यार ये टी20 खेल तो बस एक बाजार है जहां न्यूजीलैंड के लोग अपने ब्रांड बना रहे हैं... जिम्बाब्वे के लोग तो बस फंसे हुए हैं... जब तक वो अपने बल्लेबाजों को नहीं बदलेंगे तब तक वो बस एक बार जीतेंगे और फिर गायब हो जाएंगे... और हां... ये मैदान तो असल में बहुत ज्यादा तेज नहीं है... बस एक धूल है जो लोगों को भ्रमित कर रही है... असली टेस्ट तो ब्रिस्बेन में होता है ना?
Ajay Kumar
नवंबर 25, 2025 AT 19:23तुम सब ये बातें क्यों कर रहे हो? ये सब एक अमेरिकी निवेशकों की योजना है जो एशियाई टीमों को कमजोर दिखाना चाहते हैं... जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों को शायद ड्रग्स दे दिए गए... न्यूजीलैंड के खिलाड़ी तो सब एक एजेंसी के हैं... और ये हरारे स्पोर्ट्स क्लब? वो तो एक फेक स्पॉट है जहां गेंद को रिवर्स स्विंग नहीं होता... बस एक बड़ा ब्रोडकास्ट ट्रिक है... ये सब एक धोखा है...
Chandra Bhushan Maurya
नवंबर 27, 2025 AT 02:32कॉनवे की बल्लेबाजी देखकर लगा जैसे कोई गीत बज रहा हो... धीमा, गहरा, और दिल को छू लेने वाला... हेनरी की गेंदें तो बर्फ के टुकड़े थीं... और जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों के चेहरे... ओह भगवान... वो तो बस एक अंतिम सांस ले रहे थे। 🙏
Hemanth Kumar
नवंबर 27, 2025 AT 02:43मैच का विश्लेषण करने पर यह स्पष्ट है कि न्यूजीलैंड की टीम ने बल्लेबाजी के लिए एक बहुत ही गणितीय दृष्टिकोण अपनाया, जिसमें रन रेट का संतुलन बनाए रखने के साथ-साथ विकेट बचाने की रणनीति भी शामिल थी।
kunal duggal
नवंबर 27, 2025 AT 20:25न्यूजीलैंड की टीम ने एक बेहद सिस्टेमेटिक एप्रोच अपनाया है - फील्डिंग स्ट्रैटेजी, पावरप्ले मैनेजमेंट, और क्लच-मोमेंट्स के लिए बल्लेबाजी का लेवल अपग्रेड। ये टीम अब एक इंस्टिट्यूशन बन चुकी है।
Ankush Gawale
नवंबर 28, 2025 AT 22:25सब अच्छा खेल रहे हैं... बस थोड़ा और धैर्य रखें... जिम्बाब्वे को भी एक दिन जीत मिलेगी।
रमेश कुमार सिंह
नवंबर 29, 2025 AT 05:58जब तक एक बल्लेबाज शांति से बल्ला चलाता है, तब तक क्रिकेट बस एक खेल नहीं... ये एक धर्म है। कॉनवे ने आज ये धर्म जीवित रखा। जिम्बाब्वे के लोग भी अपने दिल से खेलेंगे... वो भी एक दिन अपना रास्ता बनाएंगे। 🌱
Krishna A
नवंबर 30, 2025 AT 02:14ये सब बकवास है... न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों को तो बस पैसे मिलते हैं... जिम्बाब्वे वाले तो भूखे हैं... इसलिए वो हार गए।
Jaya Savannah
नवंबर 30, 2025 AT 02:47कॉनवे की पारी देखकर लगा जैसे कोई ने मेरे बॉस को बताया कि आज ऑफिस बंद है... शांति मिल गई 😌
Shruthi S
दिसंबर 1, 2025 AT 23:29वाह... ये तो बिल्कुल मेरी तरह है... जब तक बारिश नहीं होती, तब तक बाहर नहीं जाती 😅❤️
Vikas Yadav
दिसंबर 3, 2025 AT 15:52हां, लेकिन... क्या हमने ये भी देखा कि जिम्बाब्वे के टॉप ऑर्डर के खिलाड़ियों ने कितनी बार लॉन्ग-ऑन की ओर गेंद भेज दी? ये गलतियां बस एक ट्रेनिंग की कमी हैं... और फिर भी, उनकी टीम की भावनात्मक ऊर्जा... वो बहुत बढ़िया है...