भारतीय फुटबॉल टीम के नए कोच मनोलो मार्केज़ के नेतृत्व में इंटरकांटिनेंटल कप 2024 के पहले मैच में मॉरीशस का सामना करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। यह मुकाबला 3 सितंबर को हैदराबाद के जीएमसी बालयोगी एथलेटिक स्टेडियम में खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट को एएफसी एशियन कप 2027 के क्वालिफायर की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है, जिन्हें मार्च में शुरू होना है।
कोच और खिलाड़ियों की तैयारी
मनोलो मार्केज़ के लिए यह उनकी पहली चुनौती है क्योंकि उन्होंने ईगोर स्टिमैक की जगह ली है। भारतीय टीम 16 वर्षों बाद हैदराबाद में अपना पहला मैच खेलेगी, जिससे खिलाड़ियों और फैंस में काफी उत्साह है। इस टीम में युवाओं और अनुभवियों का मेल है।
टीम में कई नए चेहरे, जैसे कि कियान नासिरी गिरी, ललथाठांगा खौल्हरिंग, और प्रभसुखन सिंह गिल, सीनियर डेब्यू कर सकते हैं। टीम का प्रदर्शन इस बारे में काफी महत्व रखता है कि वे मार्च में शुरु होने वाले एशियन कप क्वालिफायर के लिए कितनी तैयारी कर चुके हैं। प्रमुख गोल स्कोरर सुनील छेत्री के रिटायरमेंट के बाद यह टीम के लिए एक बड़ा परिवर्तन है।
मैच और प्रसारण
मैच का प्रसारण स्पोर्ट्स18 चैनल पर और स्ट्रीमिंग जियो सिनेमा पर होगी। किकऑफ का समय शाम 7:30 बजे निर्धारित किया गया है। मॉरीशस की टीम विश्व रैंकिंग में 179 वें स्थान पर है, जबकि भारत 124 वें स्थान पर है। इसलिए मॉरीशस के लिए यह मैच एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
टूर्नामेंट का प्रारूप
इंटरकांटिनेंटल कप 2024 में शामिल सभी तीन टीमों (भारत, मॉरीशस, और सीरिया) के बीच एकल-लेग्ड राउंड-रॉबिन प्रारूप में मैच खेले जाएंगे। इस प्रारूप में अंक तालिका में सबसे ऊपर रहने वाली टीम को चैंपियन घोषित किया जाएगा।
सीरिया, जिसे विश्व रैंकिंग में 93 वां स्थान प्राप्त है, इस टूर्नामेंट में सबसे उच्चतम स्थान की टीम है। भारत ने इससे पहले 2018 और 2023 में यह टूर्नामेंट जीता था, इसलिए टीम अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद में है।

फुटबॉल फैंस के लिए माहौल
यह मुकाबला भारतीय फुटबॉल प्रेमियों के लिए एक विशेष अवसर होगा, क्योंकि वे इतने लंबे समय बाद हैदराबाद में अपनी टीम का समर्थन कर पाएंगे। जोरदार चीयरिंग और समर्थन टीम के मनोबल को बढ़ाने का काम करेगा।
भारत, जो कि अपनी कौशल और प्रारंभिक सफलताओं के लिए मशहूर है, ने अपने कुछ प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के बावजूद एक मजबूत लाइनअप तैयार की है। मॉरीशस के खिलाफ यह मैच एक महत्वपूर्ण तैयारी के रूप में देखा जा रहा है, जिससे टीम अगले बड़े टूर्नामेंट्स के लिए बेहतर स्थिति में होगी।
भावी चुनौतियां
आगामी एएफसी एशियन कप क्वालिफायर की चुनौतियां टीम के सामने हैं। यह टूर्नामेंट उन्हें अंतर्राष्ट्रीय मैच विंडोज में अपनी स्थिति सुधारने का मौका देगा। भारतीय फुटबॉल ने हाल के वर्षों में कई उल्लेखनीय प्राप्तियाँ की हैं, और यह मुकाबला उन उपलब्धियों का समर्थन करने का एक और अवसर होगा।
हालांकि, टीम के लिए सुनील छेत्री का ना होना एक बड़ा झटका है, लेकिन युवा जोश और नए कोच के नेतृत्व में टीम को बहुत आगे बढ़ने की उम्मीद है।
भारत बनाम मॉरीशस का यह मुकाबला एक रोमांचक और निर्णायक मैच साबित हो सकता है। टीम की नई रणनीतियाँ, खिलाड़ियों की ताजगी, और घरेलू दर्शकों का समर्थन इसे और भी रोमांचक बना देगा।
Jay Bould
सितंबर 4, 2024 AT 01:38नमस्ते सभी को! इस मैच को सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर का जश्न माना जा सकता है। हैदराबाद की धूप में भारतीय फुटबॉल का रंग दिखेगा, और हमारे दर्शकों का जोश पूरे स्टेडियम को गूँजाएगा। नई कोच के साथ टीम का नया रूप देखना रोमांचक है, और आशा करता हूँ कि युवा खिलाड़ी अपने जुनून से सबको प्रभावित करेंगे।
Abhishek Singh
सितंबर 4, 2024 AT 01:41वाह भारत के लिए आसान जीत, बस गोल मार दो
Chand Shahzad
सितंबर 4, 2024 AT 01:46सभी फुटबॉल प्रेमियों को नमस्कार। भारतीय टीम ने विविध उम्र के खिलाड़ियों को एकत्रित करके संतुलन स्थापित किया है, यह एक सकारात्मक संकेत है। कोच मनोलो मार्केज़ का रणनीतिक दृष्टिकोण युवा ऊर्जा के साथ मिलकर टीम को नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकता है। इस प्रतियोगिता में सफलता मिलने पर एशियन कप क्वालिफायर के लिए दृढ़ आधार बनेगा। आशा करता हूँ कि सभी खिलाड़ी इस अवसर को पूरी तरह से उपयोग करेंगे।
Ramesh Modi
सितंबर 4, 2024 AT 01:53अरे मित्रों, इस फुटबॉल को मात्र एक खेल समझना एक ग़लती है; यह जीवन के संघर्ष का एक प्रतिबिंब है, जहाँ प्रत्येक पैर की टक्कर में नैतिकता का झरना बहता है! क्या होगा जब गेंद का लक्ष्य हमारे भीतर की आशा से जुड़ेगा? यह प्रश्न हमें अस्तित्व के गहरे रहस्यों की ओर ले जाता है; जैसे ही खिलाड़ी मैदान में कदम रखते हैं, वह आत्मा का एक अंश पुनः जन्म लेता है! प्रत्येक पास, प्रत्येक गोल, समय की धारा में एक नया अध्याय लिखता है; यह न केवल राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक है, बल्कि मानवता के सहयोग की शक्ति का प्रमाण भी है! हमारे कोच की रणनीति, जो दूरदर्शिता और परिपक्वता का मिश्रण है, वह हमें दिखाती है कि कैसे अनिश्चितता के बीच स्थिरता खोजी जा सकती है! जब युवा खिलाड़ी अपने सपनों को बल्ले की तरह धकेलते हैं, तब वह एक सच्चे दृढ़ संकल्प को जगाता है! यह दृढ़ संकल्प, जैसे एक चमकती हुई ज्वाला, टीम के भीतर फैलाई जाती है, और विरोधी को भी सोचने पर मजबूर कर देती है! खेल के नियम, चाहे वे कितने भी सख्त हों, हमेशा मानव भावना के साथ तालमेल बिठाते हैं, और यह संतुलन हमारे समाज को आगे बढ़ाता है! इस मुकाबले में मॉरीशस की टीम का सम्मान करना भी आवश्यक है; क्योंकि प्रतियोगिता का मूल अर्थ ही परस्पर सम्मान में निहित है! हम अगर अपने भीतर के अहं को हटाकर, केवल खेल के सफर को अपनाते हैं, तो विजयी होना हमारे भाग्य में ही नहीं, बल्कि हमारे हौसले में भी निहित है! इस प्रकार, फुटबॉल मैदान पर हर कदम एक दार्शनिक प्रश्न बन जाता है, जो हमें आत्मनिरीक्षण की ओर ले जाता है! अंत में, जब भी हम जीतेंगे या हारेंगे, वह अनुभव हमारे भविष्य की राह को प्रकाशित करेगा, और यही असली जीत है! तो चलिए, इस खेल को दिल से अपनाएँ, और अपने राष्ट्रीय ध्वज को गर्व से लहराएँ! यही तो वह भावना है, जो हमें एकजुट करती है, और हमें आगे बढ़ाती है! धन्यवाद!
Ghanshyam Shinde
सितंबर 4, 2024 AT 02:01सुनील छेत्री के बिना टीम का प्रदर्शन शायद ही कमाल का हो, लेकिन देखते हैं क्या चलता है।
SAI JENA
सितंबर 4, 2024 AT 02:11प्रिय मित्र, आपका विचार समझ में आता है, परंतु नई पीढ़ी के खिलाड़ी भी अपनी क्षमता दिखा सकते हैं। हमें उन्हें अवसर देना चाहिए, ताकि वे अपने कौशल को परख सकें और टीम को नई दिशा दे सकें। आशा है कि सभी मिलकर इस मैच को सफल बनाएँगे।
Hariom Kumar
सितंबर 4, 2024 AT 02:23यह मैच हमारे लिए एक शानदार मोका है! सभी को प्रोत्साहित करता हूँ, जीत हमारी होगी 😄⚽️
shubham garg
सितंबर 4, 2024 AT 02:36यार सच में, मत भूलो साइड में नाचते हुए फैन भी देख सकते हैं, चलो मिलके धूम मचाते हैं! 🙌