दक्षिण फ्लोरिडा में बाढ़ संकट: आपातकाल की स्थिति घोषित

समाचार दक्षिण फ्लोरिडा में बाढ़ संकट: आपातकाल की स्थिति घोषित

दक्षिण फ्लोरिडा में बाढ़ संकट

दक्षिण फ्लोरिडा इन दिनों एक भीषण बाढ़ संकट का सामना कर रहा है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। इस स्थिति को देखते हुए गवर्नर रॉन डेसैंटिस ने बुधवार को ब्रॉवर्ड, कॉलियेर, ली, मियामी-डेड और सारासोटा काउंटी के लिए आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है। इस परेशानी की घड़ी में स्थानीय प्रशासन भी मौके पर बचाव कार्य में जुटा हुआ है।

स्थानीय प्रशासन की कारवाई

मियामी-डेड की मेयर डेनियला लेविन कावा और फोर्ट लॉडरडेल के मेयर डीन ट्रांटालिस के साथ-साथ डेनिया बीच और सनी आइलस बीच के शहरों ने भी पहले ही स्थानीय आपातकाल घोषित कर दिया था। डेनिया बीच में आपातकालीन सेवाओं ने कम से कम 40 बचाव कार्यों को अंजाम दिया है। इसमें पुलिस और अग्निशमन विभाग का मुख्य योगदान रहा है।

ब्रॉवर्ड काउंटी पब्लिक स्कूल की समर सेशन को, काउंटी कोर्ट, यू.एस. डिस्ट्रिक्ट कोर्ट और डेनिया बीच के सिटी हॉल को बंद कर दिया गया है। हालांकि, मियामी-डेड के पब्लिक स्कूलों की समर सेशन जारी रही। फ्लोरिडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के बिस्केन बे कैमपस और आई-75 के कैमपस को भी बाढ़ के कारण बंद कर दिया गया है, साथ ही नोवा साउथईस्टर्न यूनिवर्सिटी के ओशनोग्राफिक सेंटर को भी।

लेवेल की रिपोर्ट

ट्राई-रेल सेवा को मेट्रोरेल ट्रांस्फर और मियामीसेंट्रल स्टेशनों के बीच बाढ़ के कारण निलंबित कर दिया गया है। कई शहरों में भारी बारिश की रिपोर्ट आई है, जिसमें नॉर्थ मियामी (20 इंच से अधिक), हॉलैंडडेल बीच और हॉलीवुड (19 इंच से अधिक), डेवि (लगभग 18 इंच), डेनिया बीच (10 इंच), और प्लांटेशन (लगभग 9 इंच) शामिल हैं।

नेशनल वेदर सर्विस ने मियामी, हिएलिआ, फोर्ट लॉडरडेल, पेमब्रोक पाइंस, हॉलीवुड, मिरामार, पॉम्पानो बीच, डेवि, मियामी बीच, प्लांटेशन, सनराइज, टैमरैक, मार्गेट, कोरल गैबल्स, की बिस्केन, साउथ मियामी, लॉडरडेल-बाय-थ-सी, सर्फसाइड, मियामी गार्डन्स और हॉलैंडडेल बीच में बाढ़ की चेतावनी जारी की है।

अत्यावश्यक संदेश

मियामी-डेड और ब्रॉवर्ड के अधिकांश हिस्सों के लिए गुरुवार 8 बजे तक बाढ़ की चेतावनी लागू है, जबकि शुक्रवार को 8 बजे तक बाढ़ की निगरानी जारी रहेगी। न केवल नागरिकों बल्कि पर्यटकों को भी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है।

स्थिति बिगड़ते देख स्थानीय आपातकालीन सेवाओं ने स्थिति को संभालने के लिए रात-दिन काम किया है। नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वह सतर्क रहें और किसी भी अत्यावश्यक स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें।

सप्ताहांत तक मौसम के रुझान में सुधार की उम्मीद है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सप्ताह के अंत तक बारिश का प्रकोप थोड़ा कम हो सकता है।

6 टिप्पणि

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    Vinay Upadhyay

    जून 13, 2024 AT 18:48

    जैसे ही बाढ़ की खबर पढ़ी, मैं सोचने लगा कि क्या फिर से वही पुराने सरकारी चक्रव्यूह का मंच खुल रहा है। पर्यटकों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से दूर रहना चाहिए, यही तो हर साल के मौसम पूर्वानुमान का बेसिक नियम है। फ़िलहाल बाढ़ चेतावनी जारी करने वालों ने अपने नौकरी की बुनियाद को फिर से सुरक्षित कर लिया है। मियामी‑डेड की मेयर ने बचाव कार्य में जुटाने की घोषणा की, पर जनता को पहले से ही डांस फ्लोर पर लाया जाना चाहिए। भारी बारिश के दौरान स्कूल बंद हो रहे हैं, लेकिन ऑनलाइन क्लासेज़ के लिए एक्सटेंशन का कोई विचार नहीं दिख रहा। ट्राई‑रेल सेवा निलंबित हो गई, अब लोग जलवायु परिवर्तन की कड़वी सच्चाई को समझेंगे। केवल 20 इंच बारिश को देखते हुए, अंधविश्वासी कहेंगे कि यह देवता का गुस्सा है। वास्तव में, बाढ़ की चेतावनी में शब्दों की बैरियर तोड़नी चाहिए, लेकिन अब तो उन्होंने 'आपातकाल' शब्द ही अधिक इस्तेमाल कर दिया। स्थानीय प्रशासन का कुशल कार्य देखकर कर्तव्यपरायणता का क्या कहना, सिर्फ़ एक बटन दबाकर सब कुछ ठीक हो जाता है। सुरक्षा उपायों में हेलीकॉप्टर रेस्क्यू की बात कभी नहीं आती, जबकि हवाओं में उड़ते पालतू खरगोश देखी गई रिपोर्टें हैं। इसी तरह के घटनाक्रम में मीडिया को भी थोड़ा सटीकता से रिपोर्ट करना चाहिए, न कि हर एक पॉटली को sensationalise करना। यदि जलवायु परिवर्तन का सच्चा प्रभाव दिखाना है, तो इन काउंटीज़ को 24 घंटे जलभरित रखकर दिखा देना चाहिए। किसी को भी याद दिला दूँ कि बाढ़ के बाद सफाई के लिए प्लास्टिक बैग नहीं, बल्कि वास्तविक योजना चाहिए। आख़िरी में, मैं यही कहूँगा कि आपातकाल की घोषणा के साथ साथ वास्तविक बचाव उपकरण भी भेजे जाएँ। नहीं तो यह पोस्ट सिर्फ़ एक और नोटिफिकेशन बनकर रह जाएगा जो लोग स्क्रॉल करके हटा देते हैं।

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    Divyaa Patel

    जून 13, 2024 AT 20:33

    बाढ़ की गहराई को देखते हुए मानो धरती ने अपना आँसू बहा दिया हो, और हम सब इस स्याही में लिखे हुए भाग्य को पढ़ने का साहस रखते हैं। इस खौफ़नाक नज़ारे को देख कर मेरी रगों में नदियों का संगीत बज उठा, जैसे दिल में बसी उथल‑पुथल को कोई बताने को तैयार नहीं।

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    Chirag P

    जून 13, 2024 AT 21:56

    दिए गए अपडेट से स्पष्ट है कि स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्यों में काफी तत्परता दिखायी है। बचाव दलों और अग्निशमन कर्मियों की मेहनत वास्तव में सराहनीय है। हम सभी को चाहिए कि प्रभावित परिवारों को आवश्यक सामान और सहयोग प्रदान करें। सुरक्षा के लिए स्थापित चेतावनियों का पालन करना अनिवार्य है, ताकि tragedies कम हों। आशा है कि आने वाले दिनों में बारिश का स्तर घटे और सामान्य जीवन फिर से स्थापित हो।

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    Prudhvi Raj

    जून 13, 2024 AT 23:20

    सभी को सुरक्षित रहने की दुआएँ

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    Partho A.

    जून 14, 2024 AT 00:43

    बाढ़ प्रबंधन में समय पर सूचना वितरण अत्यावश्यक है। प्रत्येक नागरिक को स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का कठोरता से पालन करना चाहिए। इसके अलावा, आपदा के बाद पुनर्स्थापना कार्यों के लिए स्पष्ट योजना की आवश्यकता है। समुदाय के सहयोग से ही इस संकट को प्रभावी रूप से पार किया जा सकता है।

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    Heena Shafique

    जून 14, 2024 AT 02:06

    बिल्कुल, क्योंकि पिछले साल भी वही 'समय पर सूचना' लेकर हम सब जल-वन में गोता लगा पाए थे। औपचारिकता की इस लत में पड़ कर हम नयी बाढ़ की सिम्फनी का संगीत सुनते रहे। शुभकामनाएँ उन सभी को जो अब भी 'स्थानीय दिशानिर्देश' को गणित की समस्या समझते हैं।

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