संघीय बजट 2024: क्या उम्मीदें और क्या खास
भारत के आर्थिक कैलेंडर में सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक, संघीय बजट 2024 का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। इस वर्ष का बजट प्रस्तुत करने का जिम्मा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के हाथों में है। यह बजट खास तौर पर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस साल लोकसभा चुनाव हो रहे हैं, जिसके चलते फरवरी में दो बजटों की घोषणा की जा रही है।
पहला अंतरिम बजट 1 फरवरी 2024 को पेश किया गया था, जबकि पूर्ण संघीय बजट फरवरी के उत्तरार्ध में प्रस्तुत किया जाएगा। संसद का बजट सत्र 22 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त 2024 तक चलेगा, जिसमें सरकार बजट प्रस्तुत करेगी और दोनों संसद सदन अपने प्रस्तावों पर चर्चा और बहस करेंगे।
तिथि और समय
बजट 2024, 23 या 24 जुलाई को सुबह 11:00 बजे संसद में पेश किया जाएगा। बजट सत्र का पहला दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दोनों सदनों को संबोधित करने से शुरू होगा। 'विक्सित भारत बजट 2024' की थीम बजट का प्रमुख केंद्र बिंदु होगा, जो 2047 तक विकसित भारत की कल्पना को साकार करने की दिशा में अग्रसर है।
लाइव स्ट्रीम और प्रसारण
इस साल बजट प्रस्तुति को लाइव-स्ट्रीम करने और प्रसारण करने के कई माध्यम उपलब्ध होंगे, जिसमें संसद टीवी, दूरदर्शन, संसद टीवी और दूरदर्शन के यूट्यूब चैनल और वित्त मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट शामिल हैं। यह कदम सुनिश्चत करेगा कि जनता और विश्लेषक बजट भाषण को सही समय पर देख और समझ सकें।

महत्वपूर्ण मुद्दे और उम्मीदें
संघीय बजट 2024 को लेकर उद्योग विशेषज्ञों और विश्लेषकों की काफी उम्मीदें हैं। यह उम्मीद की जा रही है कि बजट प्रणाली में सुधार, आर्थिक विकास को प्रोत्साहन, रोजगार सृजन, और समग्र जीवन स्तर में सुधार पर ध्यान केंद्रित करेगा।
कृषि
कृषि क्षेत्र पर खास ध्यान दिए जाने की संभावना है, क्योंकि यह भारत की बड़ी जनसंख्या का मुख्य साधन है। सरकार इस क्षेत्र में नई योजनाओं और प्रोत्साहनों की घोषणा कर सकती है ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो सके और कृषि उत्पादन को बूस्ट किया जा सके।
शिक्षा
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और अग्रसरता के लिए बजट का एक बड़ा हिस्सा प्रस्तावित होने की उम्मीद है। इसमें नए स्कूलों और कॉलेजों की स्थापना, छात्रवृत्ति की सुविधाएं, और ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए प्रावधान शामिल हो सकते हैं।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ाने पर जोर दिया जा सकता है। सरकार नई स्वास्थ्य योजनाओं की घोषणा कर सकती है, जिसमें सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं को सुधारना, अधिक वेंटीलेटर और आईसीयू बिस्तरों की व्यवस्था, और महामारी नियंत्रण योजनाओं को मजबूत करना शामिल हो सकता है।
इंफ्रास्ट्रक्चर
बुनियादी ढांचे के विकास पर भी बजट का एक बड़ा हिस्सा खर्च किए जाने की संभावना है। इसमें नई सड़कों, पुलों, रेलवे लाइनों, और हवाईअड्डों की परियोजनाएँ शामिल हो सकती हैं। इसके साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार भी महत्वपूर्ण विषय हो सकता है।
निर्माण और विनिर्माण
निर्माण और विनिर्माण क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए भी बजट में विशेष प्रावधान हो सकते हैं। इसमें नई औद्योगिक परियोजनाओं के लिए प्रोत्साहन, कराधान सुधार, और निर्माण उपकरणों पर सब्सिडी शामिल हो सकती है।
कराधान में सुधार
कराधान नीति में सुधार की दिशा में भी बजट में महत्वपूर्ण घोषणाएं हो सकती हैं। इसमें व्यक्तिगत कर दरों को समायोजित करने, कॉर्पोरेट करों को सुधारने, और कराधान प्रक्रियाओं को सरल करने के उपाय शामिल हो सकते हैं।
संक्षेप में, संघीय बजट 2024 से उम्मीदें काफी ऊँची हैं, और यह देखा जाना बाकी है कि सरकार इन उम्मीदों को कैसे पूरा करती है। देशवासी और उद्योग विशेषज्ञ दोनों ही उम्मीद कर रहे हैं कि यह बजट आर्थिक स्थिरता और विकास को प्रोत्साहित करेगा, और साथ ही समाज के सभी वर्गों के लिए लाभकारी साबित होगा।
Mayur Karanjkar
जुलाई 2, 2024 AT 21:46बजट की रूपरेखा को देखते हुए, यह स्पष्ट होता है कि राजकोषीय नियोजन में स्थायित्व का सैद्धान्तिक बुनियाद प्रस्तुत किया गया है। कृषि वित्तीय मॉड्यूल, सामाजिक सुरक्षा लूप, तथा द्वितीयक आय उत्पन्न करने वाले उपकरण, सभी को नवीनतम मैक्रोइकॉनॉमिक फ्रेमवर्क में एन्कैप्सुलेट किया गया है। यह दृष्टिकोण दीर्घकालीन विकास संकेतकों को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
Sara Khan M
जुलाई 3, 2024 AT 03:19बजट तो ठीक है, लेकिन कुछ बड़ा बदलाव नहीं 😒
shubham ingale
जुलाई 3, 2024 AT 08:53चलो साथ मिलकर इस बजट को सफलता की कहानी बनाते हैं! 🚀 हर सेक्टर को समर्थन मिल रहा है, हमें भी अपना योगदान देना चाहिए! 😊
Ajay Ram
जुलाई 3, 2024 AT 14:26बजट 2024 को समझना केवल धन के आवंटन तक सीमित नहीं, बल्कि यह हमारे सामाजिक चेतना की प्रतिबिंब है।
जब हम कृषि क्षेत्र की अंतर्दृष्टि करते हैं, तो यह स्पष्ट होता है कि ग्रामीण उत्पादन को स्थायी बनाना प्राथमिकता है।
शिक्षा में निवेश का अर्थ है भविष्य की मानव पूंजी को सुदृढ़ करना, जिससे नवाचार की धारा प्रवाहित होगी।
स्वास्थ्य आधारभूत संरचना को मजबूत करने से महामारी के सामना में राष्ट्रीय प्रतिरोध क्षमता बढ़ती है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास न केवल कनेक्टिविटी को बढ़ाता है, बल्कि उद्योगों के लिये लॉजिस्टिक लागत को घटाता है।
निर्माण एवं विनिर्माण को सस्ता माहौल प्रदान करने हेतु कर प्रोत्साहन का उल्लेख किया गया है।
कर नीति में सुधार के लिये वैकल्पिक मूल्यांकन मॉडल को अपनाना आवश्यक है।
विकसित भारत 2047 की दृष्टि को साकार करने हेतु डिजिटल इकोसिस्टम का विस्तार महत्वपूर्ण है।
पर्यावरणीय स्थिरता को ध्यान में रखते हुए, हरित ऊर्जा के लिये सब्सिडी की संभावना उल्लेखनीय है।
राज्य स्तर पर सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों को सशक्त करने के लिये वित्तीय दिशा-निर्देश स्पष्ट किए गए हैं।
आर्थिक स्थिरता की कुंजी वित्तीय पारदर्शिता और जवाबदेही में निहित है।
बजट सत्र की अवधि और बहसों का स्वर, लोकतांत्रिक प्रक्रिया के स्वास्थ्य का बेंचमार्क है।
लोकसभा चुनावों के सन्दर्भ में, इस बजट की सामाजिक-आर्थिक प्रभावशीलता की परीक्षा अधिक तीव्र होगी।
वित्त मंत्री के भाषण में उपयोग किए गए शब्दावली, नीति की दिग्गजता को दर्शाते हैं।
समग्र रूप में, यह बजट हमारी राष्ट्रीय आकांक्षा को दिशा देने में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
Dr Nimit Shah
जुलाई 3, 2024 AT 19:59देश की आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने वाले पहल को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता, बजट में यह स्पष्ट है कि भारत को विश्व मंच पर मजबूती चाहिए।
Ketan Shah
जुलाई 4, 2024 AT 01:33बजट में कृषि सब्सिडी के स्वरूप को देखते हुए, यह देखना रोचक है कि किस हद तक प्रत्यक्ष नकद हस्तांतरण को प्राथमिकता दी गई है।
Aryan Pawar
जुलाई 4, 2024 AT 07:06बजट में युवा उद्यमियों के लिये नई योजना बहुत प्रोत्साहन देती है हमें साथ मिलकर इस अवसर को अपनाना चाहिए
Shritam Mohanty
जुलाई 4, 2024 AT 12:39ऐसा लग रहा है कि इस बजट में छिपे हुए ग्रुप के हितों को प्राथमिकता दी गई है, असली विकास के बजाय बड़े पूँजीपतियों को फायदा पहुँचाने की चलती है।
Anuj Panchal
जुलाई 4, 2024 AT 18:13बजट की फिस्कल गैप एप्रोच को देखते हुए, मैक्रोइकॉनॉमिक स्थिरता हेतु रेवन्यू जनरेशन मॉडेल को पुनः मूल्यांकन करना आवश्यक होगा।
Prakashchander Bhatt
जुलाई 4, 2024 AT 23:46बजट में उज्ज्वल पहल देखना आशावाद को बढ़ाता है, आशा है कि योजना प्रभावी रूप से कार्यान्वित होगी।
Mala Strahle
जुलाई 5, 2024 AT 05:19बजेट के विभिन्न खंडों को देखना हमें समाज के विविध आयामों की समझ देता है। आर्थिक नीति केवल आंकड़ों के नहीं, बल्कि लोगों के जीवन की गुणवत्ता को सुधारने के लिए है। कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य – इन सभी को संतुलित रूप से समर्थन मिलना चाहिए। जब सरकार इन क्षेत्रों में सतत निवेश करती है, तो सामाजिक समावेशिता बढ़ती है। इसलिए, इस बजट में हम एक दिशा देख सकते हैं जो भारत के भविष्य को समग्र रूप से संवारने की कोशिश करता है। इस प्रक्रिया में जनता को भी भागीदारी का अहसास होना आवश्यक है।
Abhijit Pimpale
जुलाई 5, 2024 AT 10:53बजट का दस्तावेज़ जबकि विस्तृत है, लेकिन अभी भी कई आंकड़े अस्पष्ट रह गए हैं; स्पष्टता की कमी नीति कार्यान्वयन को बाधित कर सकती है।
pradeep kumar
जुलाई 5, 2024 AT 16:26कई सेक्टर में औसत वृद्धि का वादा किया गया है, लेकिन वास्तविक लाभ देखना अभी कठिन है।
MONA RAMIDI
जुलाई 5, 2024 AT 21:59बजट का फैंसी इंट्रो सिर्फ शोबाज़ी है, असली बात तो यह है कि आम आदमी को नहीं पता कि इसका क्या मतलब है! यह धुंधला वादा सिर्फ राजनीति का तमाशा है! 😤
Vinay Upadhyay
जुलाई 6, 2024 AT 03:33आह! वही पुराने बजट के बिंब, जहाँ शब्दों की भरमार है पर कार्यों की कमी। क्या हमें फिर से वही वादे सुनने को मिलेंगे? बहाने और कैंपेन की बौछार, लेकिन जमीन पर ठोस कदम कम।
Divyaa Patel
जुलाई 6, 2024 AT 09:06बजेट का अद्भुत मंच, पर असली नाटक कहीं पीछे छुपा है! 🎭