इटली के खिलाफ अल्बानिया की चुनौती
अल्बानिया के कोच सिल्विन्हो ने बताया कि यूरो 2024 की शुरुआत में इटली के खिलाफ मुकाबले में उनकी टीम पर अधिक दबाव नहीं है, लेकिन इटली के लिए यह आसान नहीं होने वाला। इस मुकाबले में ग्रुप बी की अन्य दो टीमों, क्रोएशिया और स्पेन की मौजूदगी से इटली पर अधिक दबाव होगा। सिल्विन्हो का मानना है कि अल्बानिया पर भी थोड़ा दबाव रहेगा, परंतु उनके पास खोने के लिए अधिक कुछ नहीं है।
खिलाड़ियों की तैयारियां और चुनौतियां
सिल्विन्हो ने कहा कि अल्बानिया के फॉरवर्ड आर्मांडो ब्रोजा और जासिर असानी ने इस सीजन में कम खेला है, लेकिन उन्हें अपने खिलाड़ियों की फिटनेस पर पूरा भरोसा है। वे जानते हैं कि जिन खिलाड़ियों को अधिक खेलने का मौका नहीं मिला है, वे भी पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरेंगे। टीम के कप्तान, बेरात जिमसिटी, जो कि इटली के अटलांटा क्लब के लिए खेलते हैं, ने भी कहा है कि इटालियन खिलाड़ियों के खिलाफ खेल पाने का अनुभव बेहद लाभदायक साबित होगा।
तकनीकी रणनीति और टीम का दृष्टिकोण
सिल्विन्हो ने अपनी रणनीति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अल्बानिया की टीम इस मैच में पूरी तरह से प्रतिस्पर्धी और संगठित ढंग से खेलेगी। उन्होंने कहा कि उनकी टीम के खिलाड़ी हर एक पॉइंट को लेकर जुझारूपन दिखाएंगे और किसी भी तरह की ढील नहीं बरतेंगे। सिल्विन्हो का विश्वास है कि उनकी रणनीति और खिलाड़ियों का सामूहिक प्रयास अल्बानिया को इस महत्वपूर्ण मुकाबले में फायदा देगा।
फैंस की भूमिका
इस मैच में अल्बानिया के फैंस की भूमिका भी अहम होगी, क्योंकि बड़ी संख्या में अल्बानियाई फैंस स्टेडियम में इकट्ठा होंगे। सिल्विन्हो का मानना है कि फैंस का साथ उनकी टीम के लिए ऊर्जा का महत्वपूर्ण स्रोत बनेगा। तकरीबन दसियों हजार की संख्या में अल्बानियाई फैंस इस मैच का हिस्सा बनने वाले हैं, जिससे खिलाड़ियों के हौसले बुलंद होंगे।
अल्बानिया की रणनीति
अल्बानिया की टीम के पास खोने के लिए कुछ खास नहीं है, लेकिन उनके पास यह अवसर है कि वे बड़े नामों को चौंका सकते हैं। सिल्विन्हो की टीम एकजुट होकर इटली के खिलाफ मैदान में उतरेगी, जहां हर खिलाड़ी अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने का प्रयास करेगा। ऐसे में यह देखना रोचक होगा कि अल्बानिया अपनी रणनीति और खिलाड़ियों की संगठित ताकत का किस तरह से उपयोग करता है।