वेनिज़ुएला की मैचेड़ो को 2025 नोबेल शांति पुरस्कार, ट्रम्प का नामांकन असफल

अंतरराष्ट्रीय वेनिज़ुएला की मैचेड़ो को 2025 नोबेल शांति पुरस्कार, ट्रम्प का नामांकन असफल

नोबेल शांति पुरस्कार के इस साल के सबसे चौंकाने वाले फैसले में María Corina Machado, 1967-10-03, Venezuelan, opposition leader को 2025 का सम्मान मिला, जबकि Donald J. Trump का नामांकन कम हो गया। यह घोषणा Oslo, नॉर्वे में 3 अक्टूबर 2025 को Norwegian Nobel Committee के मुख्यालय पर की गई।

नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा और पृष्ठभूमि

सुबह 11:00 बजे CET पर, कमिटी के चेयर Jørgen Watne Frydnes ने मीडिया से कहा, "मैचेड़ो का अहिंसात्मक संघर्ष नोबेल भावना को प्रतिबिंबित करता है"। उन्होंने बताया कि 342 नामांकन की समीक्षा के बाद ही यह निर्णय लिया गया। पुरस्कार की राशि 11 मिलियन स्वीडिश क्रोना (लगभग 1.03 मिलियन USD) नॉर्वेजियन बैंक फॉर नोबेल प्राइज विज़र्स के ट्रस्ट खाते में रखी जाएगी।

मैचेड़ो का संघर्ष और राजनीतिक प्रतिबंध

वेनिज़ुएला की राजधानी Caracas में रहने वाली मैचेड़ो, 26 जून 2023 को राष्ट्रीय निर्वाचन परिषद द्वारा 15 साल के सार्वजनिक पद से प्रतिबंधित कर दी गई थी। इस प्रतिबंध को सुप्रीम ट्रिब्यूनल ने 14 अगस्त 2023 को पुष्टि की। फिर भी, उन्होंने 2024 के प्राइमरी में 7.5 मिलियन वोटर्स को जुटाया, "Unitary Platform" गठबंधन के माध्यम से 237 नगरपालिका में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को जारी रखा।

नॉर्वेजियन नोबेल समिति की चयन प्रक्रिया

कमिटी ने 1 फरवरी 2025 की डेडलाइन तक 51 संगठनों और 291 व्यक्तियों से नामांकन स्वीकार किए। मैचेड़ो का चयन उनके 'Free Venezuela' अभियान के 1,285,347 सत्यापित हस्ताक्षरों और 2023 के चुनाव सुधारों की मांग पर आधारित था। दूसरी ओर, Roger Marshall (R‑KS) द्वारा ट्रम्प का नामांकन किया गया, लेकिन कमिटी ने यह बताया कि ट्रम्प की "विभाजक भाषा" शांति पुरस्कार के मूल्यों के विपरीत है।

अमेरिका और वेनेजुएला की प्रतिक्रिया

अमेरिका और वेनेजुएला की प्रतिक्रिया

अमेरिकी विदेश सचिव Marco Rubio ने 3 अक्टूबर को कहा, "हम वेनेजुएला के लोकतांत्रिक परिवर्तन के समर्थन में हैं और 2026 की पहली तिमाही तक प्रतिबंध हटाने का लक्ष्य रखेंगे"। इसके विपरीत, वेनेज़ुएला के विदेश मंत्री Yván Gil Pinto ने इस पुरस्कार को "साम्राज्यवादी हस्तक्षेप" कहा और राष्ट्रीय सभा में विशेष सत्र बुलाई।

अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और आगामी कदम

यूरोपीय संघ की उच्च प्रतिनिधि Kaja Kallas ने ब्रुसेल्स में घोषणा की कि 37 वेनेज़ुएला अधिकारियों पर 1 नवंबर 2025 से नए प्रतिबंध लागू होंगे। साथ ही, अमेरिकी संगठन Organization of American States (OAS) ने 17 अक्टूबर के लिए एक विशेष सत्र बुलाया, जहाँ वेनेज़ुएला की राजनीतिक संकट पर चर्चा होगी।

भविष्य की संभावनाएँ और सुरक्षा चुनौतियाँ

भविष्य की संभावनाएँ और सुरक्षा चुनौतियाँ

पुरस्कार समारोह 10 दिसंबर 2025 को ओस्लो में निर्धारित है, लेकिन मैचेड़ो को वर्चुअल घर-हेल्दी के कारण यात्रा नहीं कर पाएंगे। कमिटी ने कहा कि उन्होंने University of Oslo के समारोह हॉल में 10 जून 2026 तक लेक्चर देने की शर्त रखी है। सुरक्षा व्यवस्था अभी भी अनिश्चित है, क्योंकि वेनेज़ुएला ने उनके पासपोर्ट को 3 अगस्त 2025 से वैध नहीं माना।

मुख्य तथ्य

  • पुरस्कार प्राप्तकर्ता: María Corina Machado
  • प्रकाशन तिथि: 3 अक्टूबर 2025, Oslo
  • पुरस्कार राशि: 11 मिलियन SEK (≈ $1.03 मिलियन)
  • विरोधी उत्तराधिकारी: Donald J. Trump (नामांकित, नहीं चुना गया)
  • यूरोपीय संघ द्वारा 37 अधिकारियों पर नया प्रतिबंध

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

नोबेल शांति पुरस्कार का यह निर्णय वेनेज़ुएला में राजनीति को कैसे प्रभावित करेगा?

इस सम्मान से मैचेड़ो की अंतहीन संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है, जिससे वेनेज़ुएला की विपक्षी आवाज़ को ताक़त मिलेगी। सरकार पर दबाव बढ़ेगा, विशेषकर EU के नए प्रतिबंधों के कारण, और 2026 तक फ्री एलेक्शन की संभावनाएँ अधिक स्पष्ट होंगी।

डोनाल्ड ट्रम्प का नामांकन क्यों खारिज किया गया?

कमिटी के एक स्रोत के अनुसार, ट्रम्प की विभाजनकारी रेटोरिक और लोकतांत्रिक मानदंडों को कमजोर करने वाली नीतियों ने उन्हें शांति पुरस्कार की मानदंडों से बाहर कर दिया। इसलिए उन्हें 342 नामांकनों में से बाहर रखा गया।

क्या मैचेड़ो इस वर्ष ओस्लो में पुरस्कार ग्रहण कर पाएँगी?

वर्तमान में वेनेज़ुएला की न्यायिक प्रणाली ने उनके पासपोर्ट को मान्य नहीं किया है, और वे 12 सितंबर 2025 से वर्चुअल घर-हेल्दी में हैं। इसलिए उन्होंने अपने कानूनी प्रतिनिधि के माध्यम से घोषणा सत्यापित की है, लेकिन व्यक्तिगत यात्रा असंभव है।

OAS के विशेष सत्र का मुख्य एजेंडा क्या होगा?

सत्र में वेनेज़ुएला की राजनीतिक संकट, मानवाधिकार उल्लंघन, और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक प्रतिबंधों के प्रभाव पर चर्चा होगी। सदस्य राष्ट्र इस मंच पर मैचेड़ो के मानवीय संघर्ष को मान्यता देने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को तेजी से लागू करने की दिशा में कदम उठाएंगे।

नोबेल पुरस्कार के बाद यूरोपीय संघ के नए प्रतिबंध किन पर लागू होंगे?

EU ने 37 वेनेज़ुएला अधिकारी, जिनमें सुरक्षा और न्यायिक विभाग के प्रमुख शामिल हैं, पर यात्रा प्रतिबंध, संपत्ति फ्रीजिंग और वित्तीय प्रतिबंध लागू करने का प्रस्ताव रखा है, जो 1 नवंबर 2025 से प्रभावी होंगे।

14 टिप्पणि

  • Image placeholder

    harshit malhotra

    अक्तूबर 11, 2025 AT 03:53

    वेनिज़ुएला की मैचेड़ो को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना बिल्कुल ऐतिहासिक मोड़ है, यह दिखाता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय लोकतांत्रिक संघर्ष को मान्यता दे रहा है, लेकिन साथ ही यह हमारे राष्ट्रीय गौरव को भी चुनौती देता है, हमारे देश में भी कई लोग इस तरह के विदेशी निर्णयों को लेकर बेवकूफी भरा उत्सव मनाते हैं, क्या हमें भी अपना ही इतिहास लिखना चाहिए या दूसरों की हँसी पर बने रहना चाहिए, मैचेड़ो का संघर्ष तो कई सालों से जारी है, उसने अपनी आवाज़ उठाई है और अब वह मान्यता पा रही है, ये दर्शाता है कि सच्ची लोकतंत्र की बीजें कभी नहीं मरतीं, हमारे देश में भी आज एक समान आवाज़ उठाने वाले कई युवा हैं, उन्हें भी समर्थन चाहिए, लेकिन ऐसी मान्यता मिलने पर हमें अपने देश के हितों को नहीं भूलना चाहिए, विदेशी पुरस्कार का शोभा दिखाने के पीछे अक्सर राजनैतिक मंशा छिपी होती है, हमें सतर्क रहना चाहिए, मैचेड़ो ने अपने साहस से साबित किया है कि एक व्यक्ति भी व्यवस्था को बदल सकता है, जबकि कुछ लोग इसको केवल एक राजनीतिक कूद मानते हैं, हमें इस बात को समझना चाहिए कि यह न्याय में अनिश्चितता नहीं, बल्कि साहस की जीत है, अंत में मैं कहूँगा कि हर देश को अपने युवाओं को सशक्त बनाना चाहिए, ताकि वे अपने भविष्य को खुद लिख सकें, और यही वास्तविक शांति की राह है, इसलिए हमें भी अपनी बोझिल राजनीति को छोड़ कर वास्तविक कार्यों पर ध्यान देना चाहिए।p>

  • Image placeholder

    Ankit Intodia

    अक्तूबर 11, 2025 AT 19:26

    नोबेल शांति पुरस्कार का फैसला असल में एक दार्शनिक विमर्श को भी उजागर करता है; यह हमें याद दिलाता है कि शांति केवल युद्ध की अनुपस्थिति नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और लोकतांत्रिक सहभागिता की गहराई से जुड़ी हुई है। इस संदर्भ में मैचेड़ो का संघर्ष हमें सोचने पर मजबूर करता है कि सच्ची शांति का निर्माण किस स्तर पर संभव है।

  • Image placeholder

    Madhav Kumthekar

    अक्तूबर 12, 2025 AT 11:00

    मैचेड़ो को मिला यह सम्मान वेंज़ुएला में लोकतांत्रिक आवाज़ को बल मिला है। अगर आप इसको लेकर चर्चा करना चाहते हैं तो याद रखिए कि वो 1.28 मिलियन हस्ताक्षर से समर्थन हासिल कर चुकी हैं। यह तथ्य आपके तर्क में ताकत देगा।

  • Image placeholder

    Anand mishra

    अक्तूबर 13, 2025 AT 02:33

    इसे सिर्फ एक व्यक्तिगत जीत नहीं समझना चाहिए, बल्कि यह वेंज़ुएला की सांस्कृतिक धरोहर और राजनीतिक बदलाव का प्रतीक है। इस सम्मान से स्थानीय कलाकारों, गीतकारों और कवियों को भी प्रेरणा मिलेगी, और वे अपने काम में लोकतंत्र की बात को उजागर करेंगे।

  • Image placeholder

    Sreenivas P Kamath

    अक्तूबर 13, 2025 AT 18:06

    आह, अब ट्रम्प को भी अब इनाम नहीं मिला, क्या बात है!

  • Image placeholder

    Chandan kumar

    अक्तूबर 14, 2025 AT 09:40

    बहुत थक गया हूँ, यही सब देख कर रोना नहीं आता।

  • Image placeholder

    Swapnil Kapoor

    अक्तूबर 15, 2025 AT 01:13

    मैचेड़ो की विजय को देखते हुए यह स्पष्ट है कि अंतरराष्ट्रीय मान्यता के पीछे वास्तविक प्रभावी रणनीतियाँ होती हैं; उनके 'Free Venezuela' अभियान ने राष्ट्रीय स्तर पर जिन बाधाओं को तोड़ा, उनका विश्लेषण करने से भविष्य में समान संघर्षों को समझना आसान होगा।

  • Image placeholder

    Rahul Sarker

    अक्तूबर 15, 2025 AT 16:46

    सच कहूँ तो यह पुरस्कार केवल एक प्रतिमान है, असली युद्ध तो अब भी सॉन्गतियों के बीच में चल रहा है; इस तरह के निर्णय अक्सर जियोपॉलिटिकल खेल में एक चाल होते हैं।

  • Image placeholder

    Sridhar Ilango

    अक्तूबर 16, 2025 AT 08:20

    वो कहें तो मैं इसको सच्चे लोकतांत्रिक परिवर्तन की बात नहीं मानता, बस यह एक बड़े बोर्ड गेम की एक चाल है, जनता को भटकाने के लिए।

  • Image placeholder

    priyanka Prakash

    अक्तूबर 16, 2025 AT 23:53

    इसे वैध मानना हमारे राष्ट्रीय आत्म-सम्मान को धूमिल करता है।

  • Image placeholder

    Pravalika Sweety

    अक्तूबर 17, 2025 AT 15:26

    मैचेड़ो का सम्मान वेंज़ुएला के लोकतांत्रिक संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिखाता है, यह एक सकारात्मक संकेत है।

  • Image placeholder

    anjaly raveendran

    अक्तूबर 18, 2025 AT 07:00

    यह पुरस्कार सिर्फ एक पुराना पदक नहीं, यह उन सभी भावनाओं का प्रतिबिंब है जो हजारों लोगों ने चुपचाप सहा है; वास्तव में, यह मानवीय साहस का जश्न है।

  • Image placeholder

    Danwanti Khanna

    अक्तूबर 18, 2025 AT 22:33

    सच्चाई यह है, मैचेड़ो को ये सम्मान मिला, इसलिए हमें उम्मीद करनी चाहिए, कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय वेंज़ुएला में शांति को साकार करने की कोशिश करेगा, यह बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है।

  • Image placeholder

    Shruti Thar

    अक्तूबर 19, 2025 AT 14:06

    नोबेल शांति पुरस्कार एक मान्यता है, कोई भी इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

एक टिप्पणी लिखें