टॉलीवुड के निर्देशक कृष्णा की दूसरी शादी: डॉ. प्रीति चला के साथ बंधे विवाह बंधन में

मनोरंजन टॉलीवुड के निर्देशक कृष्णा की दूसरी शादी: डॉ. प्रीति चला के साथ बंधे विवाह बंधन में

निर्देशक कृष्णा की दूसरी शादी

टॉलीवुड के प्रतिष्ठित निर्देशक कृष ने अपनी व्यक्तिगत ज़िंदगी को एक नया मोड़ दिया है। उन्होंने दूसरी बार विवाह किया है, जो इस बार हैदराबाद की जाने-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रीति चला के साथ हुआ। कायर्क्रम बेहद सादगीपूर्ण था जिसमें परिवार के करीबी सदस्य और करीबी दोस्त शामिल हुए। इस शादी की ख़बर जैसे ही मीडिया में आई, तस्वीरें तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं क्योंकि प्रशंसक हर पल को साझा करने की होड़ में लग गए।

विवाह समारोह की तैयारी

हालांकि समारोह निजी था, लेकिन इसे काफी भव्यता से आयोजित किया गया। कहा जा रहा है कि कृष्णा के फिल्मी दोस्तों और करीबी सहयोगियों ने इसमें भाग लिया। शादी के बाद एक भव्य स्वागत समारोह का भी आयोजन किया जाएगा, जो 16 नवंबर को होना तय है। इसकी सूची में फिल्म जगत के कई दिग्गज हस्तियों के नाम शामिल हैं। लेकिन यह सूची विशेषत: गोपनीय रखी जा रही है, जिससे समारोह की रोचकता और बढ़ गई है।

कृष्णा का फिल्मी सफर

कृष्णा का फिल्मी कैरियर लगभग 15 साल का रहा है, जिसमें उन्होंने 'गम्म्यम', 'वेदम', 'गौतमिपुत्र शातकर्णी', और 'कोंडा पोलम' जैसी कई चर्चित फिल्में निर्देशित की हैं। हालांकि कुछ फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अपेक्षित सफलता नहीं पाई, मगर उसके बावजूद उनके काम की सराहना की जाती रही है। उन्होंने अपनी फिल्मों में कथानक और चरित्र विकास पर विशेष ध्यान दिया है, जो उनकी मजबूत सिनेमा दृष्टि को दर्शाता है।

कृष्णा की पिछली शादी

यह कृष्णा की दूसरी शादी है। पहली बार उन्होंने 2016 में एक डॉक्टर के साथ सात फेरे लिए थे, लेकिन कुछ ही वर्षों में उनके बीच की दूरियाँ बढ़ गईं और 2018 में उनका तलाक हो गया। पहली शादी से मिले इस अनुभव ने शायद उन्हें जीवन की नई दृष्टि दी, जिससे वह आगे बढ़ सके। यह विवाह एक नया अध्याय है जिसमें उन्होंने उम्मीदों और नई शुरुआत का स्वागत किया है।

फिल्म 'हरी हरा वीरामल्लु' से अलगाव

इसके अतिरिक्त, कृष्णा ने सुपरस्टार पवन कल्याण के साथ 'हरी हरा वीरामल्लु' जैसी बड़ी परियोजना का भी निर्देशन शुरू किया था। हालांकि, कई अड़चनों के चलते उन्हें इस परियोजना से हटना पड़ा, जिससे उनके प्रशंसकों को बेहद निराशा हुई। बावजूद इसके, कृष्णा ने अपनी रचनात्मकता और निर्देशन कौशल के माध्यम से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी प्रभावी छवि बनाई रखी है। वह कला के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए नये अवसरों पर आगे बढ़ने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।

नया आरंभ और उम्मीदें

नया आरंभ और उम्मीदें

कृष्णा और डॉ. प्रीति चला की यह शादी दोनों के लिए एक नई शुरुआत है, जिसमें जीवन के वे खूबसूरत पल शामिल होंगे जो एक सफल वैवाहिक जीवन के लिए आवश्यक होते हैं। आने वाले दिनों में उन्हें कई व्यक्तिगत और पेशेवर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, मगर एक जमीन से जुड़े और सशक्त कलाकार के रूप में उन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि किस तरह से वे सब कुछ सफलतापूर्वक संभाल सकते हैं। एक नई जिंदगी का यह लिहाज जैसाकि प्रतीत होता है, उनके जीवन में खुशहाली और उमंग लाएगा।

7 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Ketan Shah

    नवंबर 12, 2024 AT 11:26

    जैसे ही कृष्णा जी ने फिर से बंधन बंधा, हमें भारतीय संस्कृति में दोबारा विवाह के सामाजिक पहलू देखकर रोचक लगता है। अक्सर दूसरा शादी एक नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है, खासकर जब दोनों पक्षों का पेशा अलग‑अलग हो। इस मामले में फिल्म उद्योग और मेडिकल प्रोफेशन के बीच एक अनूठा मिलन हुआ है, जिससे दोनों समुदायों के बीच संवाद भी बढ़ेगा।

  • Image placeholder

    Aryan Pawar

    नवंबर 12, 2024 AT 12:50

    दिल से बधाई कृष्णा जी और प्रीति जी को

  • Image placeholder

    Shritam Mohanty

    नवंबर 12, 2024 AT 14:13

    इतना सुहाना शादी के पीछे छिपी कहानी के बारे में सवाल उठते हैं, जैसे कि क्या यह किसी बड़े प्लॉट का हिस्सा नहीं है? फिल्म इन्डस्ट्री के दिग्ज़ का इस समारोह में होना, सिर्फ सामाजिक दायरा नहीं बल्कि संभावित घोटाले की निशानी हो सकता है। कई बार देखा गया है कि ऐसे बड़े इवेंट्स में बैकडोर डील्स बनती हैं, और इस बार भी कुछ तो छुपा है।

  • Image placeholder

    Anuj Panchal

    नवंबर 12, 2024 AT 15:36

    यदि हम इस विवाह को सामाजिक नेटवर्किंग और ब्रेनस्टॉर्मिंग सेक्टर के इंटरसेक्शन के रूप में देखें, तो यह एक रणनीतिक अलायंस बन जाता है जो दोनों प्रोफेशनल एरिया के सिनर्जिक इफ़ेक्ट को मैक्सिमाइज़ करता है। प्लेज़ा इकोसिस्टम के भीतर विभिन्न स्टेकहोल्डर्स के पास इस इवेंट से जुड़े डाटा पॉइंट्स का एक्सेस होगा, जो भविष्य में को‑प्रोडक्शन प्रोजेक्ट्स के लिए उपयोगी हो सकता है। इस प्रकार का मैट्रिक्स एप्रोच न केवल व्यक्तिगत बल्कि प्रोफेशनल विकास में भी सहायक सिद्ध होता है।

  • Image placeholder

    Prakashchander Bhatt

    नवंबर 12, 2024 AT 17:00

    कृष्णा जी की नई शुरुआत देखते हुए उम्मीद बढ़ती है कि उनके व्यक्तिगत जीवन में स्थिरता उनके क्रिएटिव आउटपुट को भी सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगी। प्रीति जी के साथ साझेदारी से नए आइडिया और सहयोगी प्रोजेक्ट्स का जन्म हो सकता है, जिससे दोनों के करियर में नई ऊँचाइयाँ छूने की संभावना बनती है।

  • Image placeholder

    Mala Strahle

    नवंबर 12, 2024 AT 18:23

    शादी को हम केवल दो व्यक्तियों के बीच के औपचारिक बंधन के रूप में नहीं, बल्कि जीवन के निरंतर परिवर्तन की एक निरंतर प्रक्रिया के रूप में देख सकते हैं। जब कृष्णा जी ने फिर से बंधन में कदम रखा, तो यह केवल व्यक्तिगत पसंद नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में भी एक नई धारा का प्रतिनिधित्व करता है। इस दायरे में यह विचार महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक संबंध अपने आप में एक छोटे संसार का निर्माण करता है, जहाँ दो अलग-अलग नियतियों का संगम होता है। वह संसार, जिसमें फिल्म जगत की चमक और मेडिकल पेशे की गंभीरता दोनों coexist करती हैं, एक समृद्ध बुनियाद बनाती है। इस बुनियाद पर यदि हम विचार को गहराई से देखें, तो यह दर्शाता है कि मानव अनुभव विविधता में ही समृद्ध होता है। ऐसा नहीं कि दो क्षेत्रों का मिलन सरल हो, परन्तु यह विविधता ही सामाजिक विकास की जड़ बनती है। कृष्णा की फिल्मी सफर में कथानक और चरित्र विकास पर उनका फोकस, और प्रीति जी की मेडिकल पेशे में रोगी समझ का कौशल, दोनों मिलकर एक व्यापक दृष्टिकोण को जन्म दे सकते हैं। यह दृष्टिकोण न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक स्तर पर भी नई संभावनाओं को उत्प्रेरित कर सकता है। ऐसी साझेदारी में भावनात्मक बंधन और व्यावसायिक सहयोग का संतुलन बनता है, जिससे दोनों पक्षों को नई ऊर्जा मिलती है। यह ऊर्जा, यदि सही दिशा में निर्देशित हो, तो भविष्य में और अधिक सामाजिक योगदान की ओर अग्रसर हो सकती है। साथ ही, यह हमें यह भी याद दिलाता है कि प्रत्येक नया अध्याय, चाहे वह व्यक्तिगत हो या पेशेवर, हमारे जीवन की कथा को समृद्ध बनाता है। इस प्रकार, प्रत्येक बंधन के पीछे का अर्थ केवल सामाजिक मान्यताओं तक सीमित नहीं रह जाता, बल्कि यह आत्म‑निरीक्षण और आत्म‑प्रकाश की भी दिशा देता है। इसलिए, इस विवाह को हम एक सकारात्मक परिवर्तन के प्रतीक के रूप में देख सकते हैं, जो भविष्य की कई संभावनाओं को जन्म देगा। अंत में, यह स्पष्ट है कि जीवन का हर मोड़, चाहे वह खुशी का हो या चुनौतीपूर्ण, हमें नए सीखने के अवसर प्रदान करता है, और यह सीख ही हमारी वास्तविक संपत्ति है।

  • Image placeholder

    Abhijit Pimpale

    नवंबर 12, 2024 AT 19:46

    कृष्णा जी की फिल्मी पृष्ठभूमि और प्रीति जी के व्यावसायिक प्रोफ़ाइल दोनों ही विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियों को प्रतिबिंबित करते हैं, जो इस विवाह को एक बहु‑विषयक समन्वय बनाते हैं।

एक टिप्पणी लिखें