प्राइड मंथ हर साल जून में मनाया जाता है। यह सिर्फ जश्न नहीं है — यह LGBTQ+ समुदाय की पहचान, अधिकार और समानता की ओर ध्यान खींचने का तरीका है। अगर आप नया हैं या सोच रहे हैं कि कैसे भाग लें या मदद करें, तो यह पृष्ठ आपको साफ़ और उपयोगी सुझाव देगा।
सबसे पहले ये जान लीजिए कि प्राइड पर अलग-अलग तरह की गतिविधियाँ होती हैं: मार्च/परेड, पैनल चर्चा, वर्कशॉप, फिल्म स्क्रीनिंग और लोकल मीट-अप। हर इवेंट का मकसद होता है दृश्यता बढ़ाना, समुदाय को सुरक्षित जगह देना और अधिकारों की बात उठाना।
2018 में सुप्रीम कोर्ट ने सम्बंधित फैसलों से समलैंगिक संबंधों पर लगे अपराध का अर्थ बदल दिया, जिससे बहुत से लोगों को कानूनी राहत मिली। पर समान विवाह और कुछ अधिकारों की लड़ाई अभी जारी है। इसलिए प्राइड सिर्फ जश्न नहीं—यह नीति और समाज दोनों में बदलाव मांगने का जरिया भी है।
प्राइड में हिस्सा लेने का मतलब सिर्फ रंग-बिरंगे कपड़े पहनना नहीं है। यह समुदाय की सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और रोज़मर्रा की जिंदगी में अपनत्व पर बात करने का समय है। अगर आप एलजीबीटीक्यू+ नहीं हैं, तब भी आपकी उपस्थिति और समर्थन मायने रखते हैं—पर सही तरीके से।
चाहे आप एलजीबीटीक्यू+ हों या एलाय (ally), कुछ सरल नियम हैं जो फर्क बनाते हैं: दूसरों के प्रोनाउन का सम्मान करें, व्यक्तिगत सवालों से बचें, और बिना पूछे किसी की पहचान पर टिप्पणी मत करें।
यदि आप किसी प्राइड इवेंट में जा रहे हैं तो पहले आयोजकों की वेबसाइट या सोशल मीडिया देखकर नियम, रूट और सुरक्षा निर्देश पढ़ लें। कई शहरों में छोटे परेड होते हैं जहाँ सुरक्षा और मेडिकल सपोर्ट मौजूद रहता है — ऐसी जानकारी हासिल करना जरूरी है।
चंद आसान तरीके जिससे आप मदद कर सकते हैं: स्थानीय LGBTQ+ NGO को दान करें, वॉलेंटियर करें, अपने ऑफिस में समावेशी पॉलिसी की मांग उठाएँ, और अपने दोस्तों-परिवार को जानकारी दें। छोटे-छोटे कदम बड़ी मदद करते हैं।
अगर किसी को असुरक्षा या मानसिक तनाव महसूस हो रहा है, तो पेशेवर मदद लें। कई एनजीओ और काउंसलर विशेष रूप से LGBTQ+ मुद्दों पर काम करते हैं — The Humsafar Trust, Naz Foundation जैसे संगठन मदद दे सकते हैं।
आयोजन कराने वालों के लिए व्यावहारिक टिप्स: सार्वजनिक अनुमति और पुलिस नोटिस पहले लें, मेडिकल और पानी की व्यवस्था रखें, मार्ग को एक्सेसिबिलिटी के हिसाब से सुनिश्चित करें, और आपातकालीन संपर्क सूची तैयार रखें।
प्राइड मंथ का असली मकसद है आवाज़ उठाना और दूसरों की इज़्ज़त करना। अगर आप समर्थन दिखाते हैं—चाहे मार्च में जाएँ, ऑनलाइन पढ़ाएँ या अपने काम की जगह में बदलाव करें—आप فرق ला सकते हैं। किसी भी कदम में संवेदनशीलता और सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
चाहिए तो आप वेबसाइट पर नज़दीकी प्राइड इवेंट्स, NGO संसाधन और पढ़ने के लिए लिंक ढूँढें — जानकारी और जुड़ाव ही बदलाव की पहली सीढ़ी है।
मई 2024 में, कैलिफ़ोर्निया राज्य विधानसभा और सीनेट ने HR 101 और SR 96 प्रस्ताव पेश किए, जो जून को LGBTQ+ पहचान को मनाने का महीना घोषित करते हैं। लेकिन ये प्रस्ताव पारंपरिक ईसाई शिक्षाओं के विपरीत हैं, जो स्पष्ट यौन संबंध और विवाह संबंधी दिशानिर्देश प्रदान करते हैं। ईसाईयों के लिए सत्य की लड़ाई में जागरूक और सक्रिय रहना आवश्यक है, ताकि समाज में बाइबिल के मूल्यों का संरक्षण किया जा सके।