England ODI Squad – 2025 के लिए नया चयन और मुख्य बातें

इंग्लैंड की वनडे टीम में इस साल कौन-कौन से खिलाड़ी आए हैं, कौन हटे हैं, और क्यों? अगर आप क्रिकेट फैन हैं तो ये जानकारी आपके लिए जरूरी है। नीचे हम आपको ड्राफ्ट, फ़ॉर्म, और आने वाले मैचों की पूरी झलक देंगे—बिना किसी जटिल शब्दों के, सादे अंदाज़ में।

ड्राफ्ट में शामिल प्रमुख खिलाड़ी

सबसे पहले बात करते हैं उन खिलाड़ियों की जो पहले से ही टीम के मुख्यधारा में हैं। कप्तान जोस बटलर ने अपनी सतत फ़ॉर्म से जगह पक्की कर ली है, जबकि ओपनिंग में जोश बिंगले और एलेक्स हेल्म्स का जोड़ी अभी भी विश्वसनीय मानी जाती है। बिंगले की तेज़ रन‑स्कोरिंग और हेल्म्स की स्थिरता दोनों ही मैच को संतुलित करती हैं। अगले क्रम में मिड‑ऑर्डर में जोस बर्टन और बेंजामिन लुकास के नाम आते हैं—दोनों की बॉलिंग और बैटिंग दोनों में योगदान रहता है। उनका बहुमुखी खेल अक्सर टीम को मुश्किल से बाहर निकालता है।

नए चेहरे और उनके मौके

इस साल कई उभरते हुए खिलाड़ियों को मौका मिला है। सबसे चमकता नाम है अलेक्ज़ेंडर जॉर्ज, जो पहले से यू-19 टीम में गजब की बैटिंग कर चुका है। उन्होंने डोमेस्टिक लीग में सुपर ओवर में 70+ रन बनाए और अब ODI स्क्वाड में जगह बना ली है। दूसरी ओर, तेज़ बॉलर ल्यूक टर्नर को भी पहली बार टीम में बुलाया गया है। उनकी रिलिज़िंग स्पीड और बाउंड्री‑पैकिंग क्षमता को कोचेज़ ने काफी सराहा है। टर्नर को शुरुआती मैचों में रेंज‑ऑफ़र बॉलर के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे उन्हें अंतर्राष्ट्रीय माहौल में कदम रखने का मौका मिलेगा।

इन्हीं नई रक्तों के अलावा कई ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिन्होंने हाल ही में घरेलू टुर्नामेंट में शतकों पर रन बनाकर अपनी स्थिरता दिखा दी है। उनके नाम हैं एशर रॉबर्टसन और मैकस ब्रैडली—दोनों का खेल स्ट्राइक‑रेट में बेहतर है और वे फील्ड में भी ऊर्जा लाते हैं।

अब बात करते हैं उन कारणों की जिसके कारण कुछ बड़े नाम इस बार चयन में नहीं आए। प्रमुख बॉलर जेम्स एंडरसन इस साल चोट के कारण बाहर रहे, जबकि फ़ास्ट बॉलर विलियम सैमुअल्स ने अपनी फ़ॉर्म में गिरावट के कारण जगह खो दी। इस वजह से टीम ने युवा बॉलरों को मौका दिया है, जो अभी अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं।

सिलेक्टर्स ने चयन में एक नया मानदंड भी जोड़ दिया है—मैच‑सिचुएशन में खिलाड़ी की अनुकूलता। इसका मतलब है कि केवल रिवर्स या पावरप्ले में अच्छा खेलने वाले नहीं, बल्कि मध्यओवर में भी दबाव संभालने वाले खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी गई है। इस बदलाव से टीम के बैटिंग क्रम में लचीलापन आया है।

आगामी टूर की बात करें तो इंग्लैंड इस साल ऑस्ट्रेलिया, भारत, और न्यूजीलैंड के खिलाफ गेम्स खेलेगा। इन मैचों में मैदान के अनुसार बॉलर और बैटर दोनों को अलग‑अलग रोल निभाने पड़ेंगे। इसलिए कोचेज़ ने स्क्वाड को एन्डरॉइड और स्पिन दोनों का मिश्रण दिया है, ताकि हर स्टेज पर टीम तैयार रहे।

अगर आप स्कोरकार्ड या व्यक्तिगत आँकड़े देखना चाहते हैं, तो ICC की आधिकारिक वेबसाइट या ESPNcricinfo की एप्प पर रीयल‑टाइम अपडेट मिलेंगे। लेकिन अगर आपको बस एक झलक चाहिए कि कौन खेलेगा और क्यों, तो यह पेज आपके काम आएगा।

आखिर में, टीम की ताकत सिर्फ सितारों में नहीं, बल्कि उन नए चेहरों में है जो हर गेम में अपनी जगह बनाना चाहते हैं। इसलिए अगले मैच में अगर आप इंग्लैंड को देख रहे हैं, तो नई रोशनियों पर भी नज़र रखें—शायद वही आपके पसंदीदा खिलाड़ी बन जाएँ।

इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला ODI खेलने के लिए टीम घोषित की, 22 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ सॉनी बेकर ने किया पदार्पण
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इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला ODI खेलने के लिए टीम घोषित की, 22 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ सॉनी बेकर ने किया पदार्पण

इंग्लैंड ने 2 सितंबर को लीड्स के हेडिंगले में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में निकलने वाली XI घोषित की। 22 साल के सॉमी बेकर ने अपनी अंतरराष्ट्रीय यात्रा की शुरुआत की, जबकि जॉफ़्रा आर्चर के साथ नई‑बॉल जोड़ी बनायी गई। टीम में अनुभव और युवा का मिश्रण देखने को मिलेगा, और साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाज़ी का मौका दिया। यह तीन मैचों की श्रृंखला के बाद टी‑20 श्रृंखला भी स्थापित हुई है।