सेंट लूसिया की जूलियन अल्फ्रेड ने 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीत कर रचा इतिहास

खेल सेंट लूसिया की जूलियन अल्फ्रेड ने 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीत कर रचा इतिहास

सेंट लूसिया की जूलियन अल्फ्रेड की ओलंपिक विजय

जूलियन अल्फ्रेड ने पेरिस 2024 ओलंपिक में महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर सेंट लूसिया के लिए नया अध्याय लिखा है। इस जीत ने उनके देश को गर्व और सम्मान से भर दिया है। 23 वर्षीय अल्फ्रेड ने न केवल अपनी श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया, बल्कि 10.72 सेकंड का समय निकालकर एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी कायम किया।

अल्फ्रेड की यह विजय विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सेंट लूसिया का पहला ओलंपिक पदक है। इस कैरिबियन द्वीप के लिए यह विजय खास मायने रखती है, जहां की आबादी 200,000 से भी कम है। भारी बारिश के बावजूद अल्फ्रेड ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी को चकित कर दिया।

रेस का रोमांचक समापन

दौड़ में अमेरिकी शा'कैरी रिचर्डसन ने 10.87 सेकंड के साथ रजत पदक जीता, जबकि मेलेसा जेफ़रसन ने 10.92 सेकंड के साथ कांस्य पदक जीता। ग्रेट ब्रिटेन की डेरिल नीता चौथे स्थान पर रहीं, उनके समय 10.96 सेकंड था।

अल्फ्रेड ने यह जीत अपने स्वर्गीय पिता को समर्पित की। 2013 में अपने पिता के निधन के बाद उन्होंने अपनी इस यात्रा में कभी भी उनका आशीर्वाद नहीं छोड़ा। इसके अलावा, उन्होंने अपने कोच और भगवान का भी धन्यवाद किया।

प्रेरणा और तैयारी

रेस से पहले, अल्फ्रेड ने उसैन बोल्ट की रेस के वीडियो देखकर खुद को प्रेरित किया और उस रणनीति को अपनाया। उन्होंने कहा कि बोल्ट की रेस देखना उनके लिए प्रेरणादायक था और इससे उन्हें देखकर सिखने का अवसर मिला।

अल्फ्रेड की यात्रा एक स्कूल के पुस्तकालयाध्यक्ष की पहचान से शुरू हुई थी। किशोरावस्था में उन्होंने जमैका में प्रशिक्षण लिया और वह कई एनसीएए चैंपियन बनीं। अब उनकी निगाहें आने वाले 200 मीटर रेस पर हैं, जंहा उन्हें इतिहास रचने की उम्मीद है।

सेंट लूसिया में जश्न

अल्फ्रेड की इस ऐतिहासिक जीत की खबर के बाद सेंट लूसिया में खुशियां मनाई जा रही हैं। लोग सड़कों पर उतरकर झंडे लहरा रहे हैं और जूलियन अल्फ्रेड के सम्मान में गीत गा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी उनके लिए बधाई संदेशों की बाढ़ आ गई है।

इस छोटी और सुंदर कैरिबियन द्वीप को जूलियन अल्फ्रेड ने जो पहचान दिलाई है, उसे लोग हमेशा याद रखेंगे। उनके इस ऐतिहासिक प्रदर्शन ने साबित कर दिया है कि सच्चे लगन और मेहनत से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।

अब सभी की निगाहें पेरिस 2024 के आगामी 200 मीटर रेस पर हैं, जहां अल्फ्रेड फिर से इतिहास रचने की तैयारी कर रही हैं।