नरेंद्र मोदी की तीसरी बार शपथ ग्रहण समारोह की भव्य तैयारी
भारत के राजनीतिक इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह शपथ ग्रहण समारोह 9 जून 2024 को शाम 6 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित होगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर 9,000 से अधिक प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति की अपेक्षा की जा रही है।
राष्ट्रपति भवन में इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। इसे देखते हुए, राष्ट्रपति भवन को 5 जून से 9 जून 2024 तक जनसाधारण के लिए बंद रखा जाएगा। इस अवधि में शपथ ग्रहण समारोह के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
2024 लोकसभा चुनावों में एनडीए की धमाकेदार जीत
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 2024 के लोकसभा चुनावों में भारी बहुमत के साथ विजय प्राप्त की है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व में एनडीए ने कुल 294 सीटें जीती हैं। चुनाव आयोग द्वारा घोषित आधिकारिक परिणामों के अनुसार, बीजेपी का यह प्रदर्शन अभूतपूर्व रहा है।
चुनावी नतीजों की घोषणा के बाद से ही विभिन्न स्तरों पर राजनीतिक सक्रियता तेज हो गई है। 4 जून 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की और उन्हें अपना तथा केंद्रीय मंत्रिपरिषद का इस्तीफा सौंपा। राष्ट्रपति ने इन इस्तीफों को स्वीकार करते हुए नई सरकार के गठन तक उन्हें कार्यभार संभालने का अनुरोध किया।
भविष्य की आशाएं और चुनौतियां
नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेना भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह सरकार में निरंतरता और सुसंगतता की दिशा में एक नया संकेत है। जनता की अपार समर्थन के साथ, भविष्य की उम्मीदें और चुनौतियाँ भी उतनी ही बड़ी हैं।
देश की आर्थिक वृद्धि, रोजगार सृजन, सुरक्षा और विदेश नीति के क्षेत्रों में नीतिगत निरंतरता की अपेक्षा है। सरकार को सामाजिक न्याय, कृषि सुधार और स्वास्थ्य सेवाओं में भी ध्यान केंद्रित करना होगा।
अतिथियों की भव्य उपस्थिति
शपथ ग्रहण समारोह में 9,000 से अधिक अतिथियों की उपस्थिति होगी, जिसमें विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के साथ ही देश के प्रमुख राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक व्यक्ति भी शामिल होंगे। यह आयोजन न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मीडिया का केंद्र बनेगा।
राष्ट्रपति भवन में अतिथियों के स्वागत और सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था और अन्य तैयारियों को लेकर प्रशासन की विशेष सक्रियता है।
नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेना भारतीय जनतंत्र की स्थिरता और शक्ति का प्रमाण है। जनता की आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को पूरा करने की जिम्मेदारी अब नई सरकार के कंधों पर है। इस ऐतिहासिक अवसर पर देश को एक नई दिशा देने की आशा की जा रही है।